हार्डकोर नक्सली होपना मांझी की मौत

धनबाद : हार्डकोर नक्सली होपना मांझी का शव राजगंज चौक पर लाया गया. इस मौके पर लगभग 200 से अधिक की संख्या में उनके समर्थक परिजन एवं गांव वाले ढोल मांदर गाजा बाजा के साथ उसके शव को रिसीव किया. राजगंज चौक पर वह जुलूस की शक्ल में उनके पैतृक गांव चुरू बेड़ा गंगापुर से गए थे.

इस दौरान राजगंज पुलिस की पेट्रोलिंग आई और मुआइना किया. मुआयना करने के बाद पुलिस वापस लौट गई शव के साथ होपना की पत्नी संजोती देवी भी थी. मौके पर उसने बताया गया कि उसके पति की मौत जेल प्रबंधन एवं जेल के चिकित्सा व्यवस्था के लापरवाही के कारण हुई है व इस संबंध में जांच होना चाहिए. वरना इसके खिलाफ आंदोलन होगा.

उसने बताया कि होपना चाहे जो भी हो वह नक्सली ही क्यों न हो लेकिन वह जेल में सजा काट रहे थे. जब उसकी तबीयत बिगड़ी थी उसमें सरकार प्रबंधन प्रशासन को चाहिए था उसका संपूर्ण इलाज कराय जो की नहीं कराया गया. अगर समय पर इलाज कराया जाता तो इतने कम उम्र में उसकी मौत नहीं होती उसकी मौत का जिम्मेवार उसकी पत्नी ने सरकार व जेल प्रबंधन एवं अस्पताल को ठहराया है. उसने कहा कि अगर इलाज की उचित व्यवस्था की जाती तो मेरे पति की मौत नहीं होती.

Web Title : DEATH OF HARDCORE NAXALITES HOPANA MANJHI