न जो क्यों कुछ बदला-बदला सा लागे हे!

धनबाद : प्रशासनिक महकमें का एक्शन बोल रहा है कि कुछ नई हलचल है.

धनबाद के गरीब इसे बहुत कोतूहल से देख रहे हैं. आम लोगों को भी लगता है कि उनका भला होनेवाला है.

सरायढेला में डॉ. मित्तल की टूटी गली में दुबारा काम हुआ है.

पक्के पर करीब चार साल बाद पक्का चढ़ा है. यह गली इन्हीं सालों में टूट-फूट गयी थी.

समाज से वहिष्कृत गुलगुलिया समाज के लोगों ने गंदगी के अंबार में सांस लेती अपनी बस्ती का नाम रघुवर दास कॉलोनी फॉर गुलगुलियाज रख लिया है.

उन्हें उम्मीद है कि विकास की किरणें उनके घरों तक पहुंचेंगी.

मलीन बस्तियों को मान्यता देने की सरकार की घोषणा के बाद उनका उत्साह परवान चढ़ा है.

मीटिंग से अब प्रशासन को थोड़ा निजात है. बेवजह की गपबाजी का दौर गया.

बिजली विभाग के चेयरमैन चंद्रशेखर वर्मा पर एक्शन के बाद अपनी दुर्गंध के लिए बदनाम धनबाद, पीएमसीएच में भी सफाई चल रही है.

स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर भी यहां आयीं. सीएस रात दस बजे टुंडी सरकारी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे.

Web Title : RAGHUVAR DAS COLONIES FOR GULGULIAS AT DHANBAD