सूड़ी जाति को अनुसुचित जाति में शामिल करने की मांग

धनबाद : सुड़ी समाज की 23 प्रतिशत की आबादी सुबे में निवास करती है बाउजुद वर्तमान सरकार सुड़ी समाज को अनुसुचित जाति में शामिल करने की बजाय पिछड़ा वर्ग सूची 1 में सम्मलित कर रही है जो कि सुड़ी जाति के साथ घोखा है अन्याय है इसके विरोध में झारखण्ड सुड़ी समाज कल्याण समिति जोरदार आन्दोलन करेगी.

उक्त बातें समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष कंसारी मंडल ने प्रेस वार्ता के दौरान कही. उन्होने बताया कि झारखण्ड की निकटतम राज्य पं बंगाल के सुड़ी जाति को अनुसुचित जाति का दर्जा प्राप्त है फिर झारखण्ड की सुड़ी जाति के साथ ही यह अन्याय क्यो हो रहा है.उन्होने कहा कि झारखण्ड की सुड़ी समाज की बेटी शादी करके बंगाल जाति है तो उन्हे अनुसुचित जाति का दर्जा मिलता है पर वहीं की बेटी शादी करके झारखण्ड आने पर उसे पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में जाना पड़ता है.

उन्होने कहा कि 1952 से ही समाज को यह अधिकार प्राप्त है झारखण्ड अलग राज्य बनने से पहले तत्कालीन बिहार के मुख्यमंत्री के द्वारा सुड़ी समाज को अनुसुचित जाति में शामिल करने का आश्वासन मिला. पर इस बीच राज्य अलग हुआ है और वर्ष 2000 से समाज निरंतर लड़ाई लड़ रहा है.

समिति आने वाले दिनो में सूबे के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेगी इसके बाउजुद सरकार मांगो के प्रति गंभीर नही होती है तो विधान सभा का घेराव किया जायेगा . आन्दोलन की तिथि की घोषणा अभी नही हुई है . प्रेस वार्ता में केन्द्रीय नेत्री रेखा मंडल , जिला अध्यक्ष गौतम मंडल , सचिव गोलक मंडल , समाज प्रेमी नारायण चंद्र मंडल, मृत्युंजय मंडल आदि उपस्थित थे.

Web Title : SURI CAST SEEKING TO JOIN SC