बंद हो जाएगा भूली का जालान फैक्ट्री, लॉकआउट का नोटिस जारी

भूली : श्रमिक नगरी भूली का एकमात्र फैक्ट्री जो 50 से अधिक वर्षो से हजारो मजदूरो के परिवार को दो वक्त की रोटी दे रही थी उसपर बंदी का साया मंडरा रहा है. हिन्दुस्थान मैलियबुल्स एंड फोर्जिंग्स लिमिटेड(जालान फैक्ट्री) ने लॉक आउट की सुचना जारी कर दी है.

जिसमे कंपनी ने साफ़ कह दिया है की अगर मजदूर जल्द काम पर वापस नहीं लौटे तो कंपनी बंद करने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है.

नोटिस में बताया गया है की जलान के सभी मजदुर 22 दिसंबर से हड़ताल पर है जिसके लिए उन्होंने किसी प्रकार की सुचना कंपनी को नहीं दी है.

इस कारण प्लांट की सुरक्षा का प्रश्न खड़ा जो गया है प्रबंधन के समक्ष कारखाने में उत्पादन और डिस्पैच से सम्बंधित सभी कार्य में तालाबंदी के अलावा कोई विकल्प नहीं है.

मामले पर एक नजर

कंपनी के अनुसार कांट्रेक्टर नारुद्दीन मिंया के द्वारा नियोजित मजदूरों ने अपने वेतन भुगतान ईएसआई और ईपीएफ के सम्बन्ध में सहायक श्रमायुक्त के पास शिकायत की थी. जिसकी त्रिपक्षीय वार्ता 22 नवम्बर को श्रमायुक्त कार्यालय में हुई थी.

अस्वस्थता के कारण नारुद्दीन मिंया उपस्थित नहीं हुए थे लेकिन इस वार्ता में प्रबंधन के अधिकारी उपस्थित हुए. इस वार्ता में सामने आया की नरुद्दीन मिंया ने श्रमिक के नाम के अनुसार भुगतान किया है और इपीएफ का भी पैसा जमा किया है.

दूसरी बैठक 22 दिसंबर तय थी. लेकिन श्रमिक इस तारीख को बिना बताये काम पर नही आये.

क्या है हड़ताल की वजह ? 

मजदूरो के अनुसार 22 दिसंबर को श्रमायुक्त कार्यालय में प्रबंधन का कोइ अधिकारी नहीं नहीं था. इसी बिच फैक्ट्री में कोंट्रेक्टर नरुद्दीन मिंया जबरन मजदूरो से 227 रुपया मजदूरी प्रबंधन की ओर से दिए जाने वाले कागजात पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहा था. जबकि दिया जाता है लगभग 183 रूपये. इसपर मजदूरो ने हस्ताक्षर करने से साफ़ इनकार कर दिया.

इसके बाद नरुद्दीन मिंया ने अपना दबदबा बनाने और मजदूरो को डराने के लिए एक मजदुर पर कई आरोप लगाते हुए झूठा केस भूली ओपी में दर्ज कराया.

इस मामले में पुलिस अखिलेश यादव को हिरासत में लेकर भूली ओपी लाइ. इसके खिलाफ 23 दिसंबर को मजदूरो ने सामूहिक रूप से ओपी का घेराव कर इस गिरफ्तारी का विरोध किया.

यंहा भी वार्ता के लिए बुलाने पर प्रबंधन की ओर से कई नहीं आया अंत में अखिलेश यादव को एक बांड भरकर पुलिस ने छोड़ दिया. इसके बाद मजदुर अगले दिन भी काम पर नहीं आये और अब कंपनी ने लॉक आउट की सुचना जारी कर कंपनी बंद करने की बात कही है.

कुछ कहने से बचते रहे प्रबंधन के अधिकारी

इस मामले की हकिकत जानने के किये पहले तो कंपनी के डीजीएम् एके नायक से जब हमने बात करना चाहा तो उन्होंने कहा की अभी वे सिक छुट्टी पर है.

इसके बाद जब उनके अपर अधिकारी आरके पाण्डेय से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा की मामला श्रमायुक्त के विचारधीन था लेकिन इस तरह बिना बताये काम पर नहीं आना श्रम कानून का उलंघन है इसके बाद उन्होंने इस बारे में बाद में बात करने की बात कही.

मांगो को लेकर अधिकारी और नेताओं से गुहार

इधर मजदूरो ने अपने मांगो से भरा पांच सूत्री मांग पत्र उपायुक्त, एसडीओ, एसपी, श्रम मंत्री झारखंड, कारखाना निरीक्षक मुक्यमंत्री शिकायत कोषांग, विधायक और सांसद को फैक्स और पोस्ट के माध्यम से भेजा है.जिसमे कहा गया है की मजदुर जलान प्रबंधन की उपेक्षापूर्ण व्यवहार से तंग आकर आन्दोलन को बाध्य हुए है

Web Title : BHULI JALAN FACTORY WILL CLOSE ONGOING LOCKOUT NOTICE