सात्विक सेंटर में मनाया गया एम्ब्रोइलोजिस्ट डे

धनबाद : धनबाद के सात्विक सेंटर (आईवीएफ) में आज एम्ब्रोइलोजिस्ट डे मनाया गया. टेस्ट ट्यूब बेबी से जन्म लेने वाले धनबाद के शिवम के साथ लैब के चिकित्सकों ने केक काटकर एम्ब्रोइलोजिस्ट डे को सेलिब्रेट किया.

डॉ एन मल्होत्रा ने बताया कि आज ही के दिन 25 जुलाई 1978 को पहला टेस्ट ट्यूब बेबी ने जन्म लिया था. हर साल उन एम्ब्रोइलोजिस्ट के लिए यह दिवस मनाया जाता है जो लैब में शक्राणु और अंडे को मिलकर 48 घंटे से 72 घंटे तक मशीन में रखकर भ्रूण तैयार करते है.

उन्होंने बताया कि टेस्ट ट्यूब से जन्म लेने वाले बच्चो की संख्या आज विश्व में 50 लाख पहुच चुकी है. भारत में यह आंकड़ा करीब 5 से 10 लाख है. भारत के 1 हजार सेंटर को मिलाकर 10 हजार बच्चे जन्म ले चुके है उन सेंटर में धनबाद भी शामिल है.

उन्होंने बताया कि 14 विशेषज्ञो की टीम धनबाद के अलावे नेपाल , बांग्लादेश , अलीगढ , लुधियाना , आगरा में तकनिकी जानकारी दे रहे है. अकेले आगरा सेंटर से 5 हजार बच्चो का जन्म हो चूका है.

मल्होत्रा ने आगे बताया कि टेस्ट ट्यूब बेबी के उपाय की जरुरत इसलिए पड़ रही है कि बाँझपन की बीमारी तेजी से फैल रही है और इसके लिए केवल महिला नहीं बल्कि पुरुष भी बराबर के दोषी है.

पुरषो में कमजोर शक्राणु कम शक्राणु का बनना , नशा का सेवन , तनाव में रहना, आराम नहीं मिलना तथा संक्रमण बाँझपन होना एक बड़ा कारण है.

वही महिलाओ में नली का बंद होने विकसित नहीं होने की वजह से बाँझपन की परेशानी आती है.

Web Title : AMBROSIOLOGIST DAY CELEBRATED AT SATVIK CENTER

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