डॉक्टर्स मीट में गठिया , मधुमेह के नवीनतम रिसर्च पर हुई चर्चा

धनबाद : एपीआई की एकेडमिक विंग आईसीपी की ओर से शहर के सोनोटेल होटल में (सीएमई) कॉन्टिनुएस मेडिकल एडुकेशन पर डॉक्टर्स मीट का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में देश के प्रख्यात स्टामोलॉजिस्ट डॉ रोहिणी हांडा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुआ. चिकित्सा जगत में हुए नई प्रगतियों से चिकित्सको को रूबरू कराना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था.

श्री हांडा ने गठिया रोग की नवीनतम चिकित्सा पद्दति से चिकित्सको को अवगत कराया. उन्होंने अपने संबोधन में बायोलोजिकल ग्रुप की दवाइयों पर प्रकाश डाला. एपीआई के चेयरमैन डॉ एनके सिंह ने डीएबीटीएस के नए रिसर्च पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉयबिटीज की रोकथाम के लिए नियमित वयायाम और सुबह में मॉर्निंग वॉक जरुरी है.

अमेरिका में पाया गया है कि ऐसा करने वाले 25 प्रतिशत रोगी डॉयबिटीज से छुटकारा पा चुके है. वयायाम का सुखद परिणाम इस रूप में होता है कि इन्सुलिन संवेदनशील हो जाता है. जिससे शुगर नियंत्रित रहता है. खाना खाने के बाद 15 मीनट टहलना भी लाभकारी है. टाइप वन में वयायाम रामबाण की तरह है.

दूसरी तरफ श्री सिंह ने मिडिया से बात करते हुए बताया कि नए शोध से पता चला है कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगो में भी डॉयबिटीज तेजी से फैल रहा है. अधिक रौशनी में रहना भी शरीर के बीटा शेल को प्रभावित करता है जिसके कारण इन्सुलिन बनने नहीं देता और डॉयबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

डॉ एके विरमानी ने कहा कि उच्च रक्तचाप के रोगी को दवाई नहीं छोड़नी चाहिए. डॉक्टर्स मीट में धनबाद के अलावे दिल्ली, रांची, जमशेदपुर आदि शहरो से डॉक्टर उपस्थित हुए थे.

Web Title : CME PROGRAMME OF INDIAN COLLEGE OF PHYSICIAN AND ASSOCIATION OF PHYSICIAN OF INDIA JHARKHAND AT HOTEL SONOTEL

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