नौकरी से वंचित बेदिया जाति ने दिया धरना

धनबाद : नियोजन प्रमाण पत्र नही बनने से बेदिया जाति के छात्र- छात्रा सरकारी नौकरी से वंचित हो रहे है. आलम यह है कि बेदिया जाति के सैकड़ो युवा पढने लिखने के बाउजुद बेरोजगार है. इसी नियोजन की मांग को लेकर झारखण्ड बंगला भाषा उन्नयन समिति के बैनर तले धनबाद के प्रधापखांटा गांव में निवास करने बेदिया जाति के महिला पुरूष व छात्र- छात्राएं आज रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय धरना देकर उपायुक्त से बेदिया जाति के युवाओं को भी आवासीय, जातीय प्रमाण पत्र निर्गत कराने की मांग की गई.

धरना की अध्यक्षता कर रहे समिति के संस्थापक बेंगू ठाकुर ने कहा कि झारखण्ड में बेदिया जाती के लोग आदिकाल से झारखण्ड में निवास कर रहे है और जंगल से जहरीला साँप पकड़ कर गाँव गाँव घूम घूम कर गाँव के लोगो का मनोरंजन कर जड़ी बूटी बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण किया करते है.

लेकिन आज इस जाती का सुद लेने वाला कोई नहीं है. बेतिया जाती के पढ लिखे छात्र छात्राए आज बेरोजगारी की मार झेल रहे है. साथ ही झारखण्ड सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होने कहा की अगर हमारी मांगों पर जल्द विचार नही किया गया तो सड़क से लेकर विधान सभा तक आंदोलन किया जाएगा.

इधर धरना पर बैठे छात्र संजय बेदिया ने बताया कि सरकारी नौकरी का अवसर का लाभ मिले इसके लिए हम सभी काफी मेहनत कर पढाई कर रहे है पर आवासीय, जातीय प्रमाण पत्र नही होने से हमारी मेहनत बेकार जा रही है पुर्व में झारखण्ड पुलिस एवं आर्मी की बहाली परक्रिया में भी हमे नियोजन प्रमाण पत्र नही होने की वजह से छांट दिया गया. उसने यह भी कहा कि किसी भी तरह का प्रमाण पत्र बनाने के लिए 1932 का खत्यान मांगा जाता है जोकि बेदिया जाति देने में असमर्थ है.

Web Title : DENIED FROM JOB BEDIYA CASTE DID DHARANA