एसपी का मतलब समझाते चले गए : रंजन झा

धनबाद : आखिर वे चले गए. अवैध उत्खनन, लगातार चोरी, डाका और शहर की सड़कों पर दिन दहाड़े लूट की घटनाएं. जगह-जगह पुलिस की पिटाई हुई.

हेमंत टोप्पो के धनबाद में कार्यकाल के दौरान कई ऐसे मौके आए जब आम लोग कानून-व्यवस्था की खराब हालत से बिफरे.

कई लोगों ने एसपी को चुनौती दी. तब उन्हें कहना पड़ा कि पता नहीं हम यहां के एसपी हैं.

एक सिपाहीजी ने उन्हें देखकर सैल्यूट नहीं मारा. उनके खिलाफ भी एसपी ने कड़ा एक्शन लिया.

इसके अलावा आमलोग लगातार एसपी को फोन पर धमकियां देते रहे. इनमें से कुछ के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी की.

फलसफा यह कि अवैध धंधों और अपराधियों के संरक्षण से धनबाद पुलिस से लोगों का भरोसा काफी पहले ही उठ चुका था.

बढ़ते अपराध के बीच पुराने एसपी हेमंत टोप्पो का तबादला लोगों को राहत दे गया.

उनकी जगह शुक्रवार को धनबाद के नए एसपी के रूप में राकेश बंसल ने पदभार संभाला है तो सबको इतना तो लगता है कि कम-से-कम लोग एसपी होते क्या हैं, इसका परिचय उनके काम से ही होगा ना कि उन्हें बताना होगा कि वे एसपी हैं.

वैसे तो धनबाद ने बड़े-बड़े नामवालों को अपने पैसे की ताकत से हिला दिया है.

प्रशासन-पुलिस आज तक दबंगों और पहुंचवालों की चाकरी में ही लगी रही. जिसने दबंगों को ललकार अंततः उन्हें बेआबरू होकर धनबाद से जाना पड़ा.

थोड़ा ताजा मामला सुमन गुप्ता का है. उनके खिलाफ दबंगों ने ऐसा मोर्चा बनाया जिसमें पक्ष-विपक्ष सभी शामिल हुए अंततः उन्हें जाना पड़ा.

और फिर कोयला चोरों और अवैध धंधेबाजों की जो बहार आयी वह आज भी कायम है.

Web Title : DHANBAD SP HEMANT TOPPO GOT TRANSFERRED