रोजमर्रा की औकात पर चला डोजर

धनबाद : सड़कों पर आवागमन के जारिये जीवन-यापन करने वालों पर प्रशासन की गाज गिरनी शुरू हो गई है, मुख्यमंत्री के सड़क चौड़ीकरण योजना के आदेश के बाद सडकों पर मूल्य-निर्धारण की जगह शोर-शराबों ने ले लिया और बुलडोजर सड़क का नायक बनकर लोगों का ध्यान आकर्षित करने लगा.

अंतर केवल इतना था की नायक की बुराई पर जीत होती है पर यदा असहाय लोगों पर डोजर का वर्चस्व था, लोग अपने- अपने सामानों को लेकर भाग रहे थे और इन छोटी-मोटी सामानों को बेचकर गुजर-बसर करने वाले आज अपने आप को "अनाथ´´ महसूस कर रहे थे और विरोध करने वालों पर प्रशासन की बेंत हुकूमत कर रही थी.

इसी बीच लोगों में रोजी-रोटी को लेकर चर्चाओं का विषय गर्म रहा. अब यह देखना है की सड़क चौड़ीकरण के बहाने उजाड़ी गई उनकी दुकाने कब एक स्थिर जीवन-यापन का केंद्र बनती है? या फिर ये लोग कौन सा विकल्प ढूंडते हैं? या राज्य सरकार इनलोगों के लिए क्या करती है?

 

 

                                                                                                                                         रवीन्द्र पाठक, पॉलीटीकल कार्टूनिस्ट (सिटीलाइव) धनबाद

 

 

Web Title : DODGER RUN ON SIDEWALK VENDORS SHOPS