रेलवे में 11 जुलाई से हो सकती है अनिश्चितकालीन हड़ताल

धनबाद : ऑल इण्डिया रेलवे मेन्स फेडरेशन की दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन फेडरेशन के महासचिव गोपाल मिश्रा ने मीडिया से कहा कि सरकारने हमारी मांगे पूरी नहीं की और देबोरॉय कमेटी की रिपोर्ट पारित कर सातवां वेतन आयोग लागू कर दिया तो भारतीय रेलवे में 11 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल तय है.

उन्होंने कहा कि 11 जुलाई की हड़ताल, 1974 की रेलवे की ऐतिहासिक हड़ताल को पीछे छोड़ देंगी. हड़ताल से पूरा देश थम जाएगा. उन्होंने कहा हड़ताल से पूर्व 9 जून को सभी जोनल मुख्यालय में जीएम को हड़ताल की नोटिस दी जाएगी. गोपाल मिश्रा ने कहा कि रेलवे में सीनियर सेक्शन अभियंताओं की संख्या 60 प्रतिशत है.

लेकिन दुःख की बात है कि एम.टेक और बी.टेक होने के बाद भी उनको प्रोन्नति नहीं मिलती. कहा कि इससे रेलवे कर्मचारियों का कैरियर ग्रोथ कैसे होगा. उन्होंने कहा कि रेलवे में भर्ती के लिए शिक्षा की योग्यता पर पाबंदी लगानी होगी. क्योंकि जब रेलवे में नोकरी के लिए आवेदन आते हैं तो बड़ी डीग्रियां लाने वाले भी नीचे के पोस्ट के लिए आवेदन दायर करते हैं.

पे-कमिशन पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इसमें भी कई प्रकार की भ्रांतियां हैं. कई बार सीएफओ इसे स्वीकार भी नहीं करता है. साथ ही श्री मिश्रा ने खेद जताते हुए कहा कि कई बार रेलवे में प्रमोटी कोटा को नीचे वाले वर्ग से भरा जाता है. जबकि ऐसे काम के लिए अनुभवी लोगों को मौका मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में रेलवे ने अपने कर्मचारियों के हित में कुछ नहीं किया है. बल्कि एक लाख करोड़ रुपए के ऋण के बोझ तले रेलवे दबी हुई है. कार्यक्रम में डीआरएम ए.के. अखौरी भी अन्य रेल अधिकारियों के साथ पहुंचे. अपने संबोधन में डीआरएम ने कहा कि धनबाद रेल मंडल भारतीय रेल का सबसे अधिक राजस्व देने वाला मंडल है.

लेकिन कुछ कारणों से इस बार वह तीसरे स्थान पर रहा. उन्होंने कहा कि सब रलकर्मियों के साथ से धनबाद मंडल पुनः नंबर वन के स्थान को प्राप्त कर लेगा. कॉन्फ्रेंस में देश भर से लगभग 650 से अधिक रेलवे के इंजीनियरों ने हिस्सा लिया. द्वितीय दिवस के अधिवेशन का उद्घाटन गोपाल मिश्रा ने किया.

कार्यक्रम में ईसीआरकेयू के जोनल महामंत्री शशिकांत पांडेय ने कहा कि सातवां वेतन आयोग के लागू होने से रेलवे कर्मियों के साथ साथ आम जनता को भी काफी नुकसान होगा. कर्मियों के सभी भत्ता बंद हो जाएंगे. ईसीआरकेयू के जोनल अध्यक्ष एससी त्रिवेदी ने कहा कि कर्मियों की न्यूनतम वेतन 26 हजार होनी चाहिए. जबकि 18 हजार है.

यूनियन की ओर से 20 सूत्री मांगें हैं, जिसे पूरा करने की मांग की गई है. मुख्य मांगों में जूनियर इंजीनियर की नियुक्ति ग्रेड पे 46 सौ से राजपत्रित दर्जा इसके अनुरूप वेतनमान दिया जाए. सीनियर इंजीनियर को अपग्रेड कर राजपत्रित किया जाय. कार्यक्रम में धनबाद समेत मुगलसराय, दानापुर, सोनपुर समस्तीपुर पांच रेल मंडल से 53 शाखाओं से 250 डेलीगेट पहुंचे थे.

सभी डेलीगेट को ऑफिसर्स क्लब, रिटायरिंग रूम, रनिंग रूम शाखा में विश्राम करने का इंतजाम किया गया है. ईसीआरकेयू के जोनल महामंत्री शशिकांत पांडेय ने कहा कि इंजीनियर एसोसिएशन अभी नया है, जो एआइआरएफ का विरोध कर रहे हैं. उनके विरोध से कोई फर्क नहीं पड़ता है.

इसके अलावा जोनल महामंत्री ने कहा कि कुछ विवादित लोग हैं, जिन्हें निलंबित कर दिया गया है और जांच की जा रही है. बैठक में जोनल कार्यकारिणी अध्यक्ष डीके पांडेय, जोनल सहायक महामंत्री संतोष तिवारी, अपर महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव, एनके ख्वास, सोमेन दत्ता, संजय सिंह, शांतनु, पीके सिंह, विश्वमोहन सिंह, मो जियाउद्दीन राकेश कुमार आदि थे.

Web Title : JULY 11 MAY BE THE RAILWAY STRIKE