जमीन मुआवजा घोटाला

धनबाद : जेआरडीए द्वारा बाघमारा प्रखंड के तिलाटांड़ में आवास बनाने के लिए जमीन मुआवजा घोटाला के मामले में हुसैनाबाद के एसडीएम एवं धनबाद के

पूर्व भू-अजर्न पदाधिकारी उदयकांत पाठक ने शुक्रवार को उपायुक्त कृपानंद झा से मिल कर अपना पक्ष रखा.

श्री पाठक ने डीसी को बताया कि उक्त राशि  लाभुकों को ही दिये गये थे.

इसके लिए तत्कालीन उपायुक्त प्रशांत कुमार एवं अपर समाहर्ता से एप्रूवल भी लिया गया था.

मालूम हो कि बुधवार को उपायुक्त ने तत्कालीन बंदोबस्त पदाधिकारी नरेश प्रसाद सिंह एवं डीआरडीए के निदेशक कृष्ण किशोर की जांच रिपोर्ट के आधार पर श्री पाठक,

पैक्स प्रबंधक एवं भू अजर्न कार्यालय के कर्मचारियों को चिह्न्ति करके उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया था.

 
क्या है मामला

तिलाटांड़ में 57. 58 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के मामले में लाभुकों को जो राशि मुआवजा के रूप में मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिली.

अधिवक्ता अनूप कुमार सिन्हा एवं अन्य नौ अधिवक्ताओं के आवेदन पर इसकी जांच करायी गयी थी और जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाये गये.

इसमें श्यामलाल हांसदा और विश्वनाथ मरांडी को जो राशि मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिली.

बिचौलियों ने राशि हड़प ली.

 
नई जांच कमेटी बनी

इस मामले में पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सहयोग करने के लिए उपायुक्त श्री झा ने एक नयी कमेटी बनायी है.

उपायुक्त ने बताया कि कमेटी में एसडीएम महेश संथालिया, एलडीएम सुबोध कुमार एवं जिला को-ऑपरेटिव पदाधिकारी देवेंद्र सिंह रहेंगे.

ये पूरे मामले की जांच करेंगे. पुलिस जांच में इस रिपोर्ट की मदद मिलेगी.

 
पैक्स प्रबंधक समेत 33 अभियुक्त फरार

भू-अजर्न मुआवजा घोटाले में 34 अभियुक्तों मेंसे एक की गिरफ्तारी हुई है, जबकि जोरापोखर पैक्स (धनसार) के प्रबंधक अनूप कुमार सहित 33 फरार हैं.

 
मामले का पटाक्षेप जल्द होने की संभावना

उपायुक्त श्री झा ने बताया कि इस मामले का पटाक्षेप जल्द होने की संभावना है.

जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई चल रही है. जिला स्तर पर मामले का पटाक्षेप हो जायेगा.

Web Title : LAND COMPENSATION SCAM