महागठबंधन टूटने से जेवीएम पर कोई प्रभाव नहीं – सबा अहमद

धनबाद : महागठबंधन तोड़कर नितीश जिस प्रकार भाजपा के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बना रहे है उसका असर जेवीएम पर भी साफ दिख रहा है.

नितीश के इस फैसले के बाद जेवीएम का जदयू में विलय की चर्चा अब पूरी तरह से खत्म हो जाने के बाद जेवीएम आगामी 2019 के चुनाव की तैयारी में अभी से जुट चूका है. जेवीएम को 2019 तक सशख्त पार्टी के रूप में खड़ा करने के मकसद से सर्किट हाउस में आज पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियो की बैठक हुई.

बैठक में पार्टी को बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर पर मजबूत करने पर विशेष तौर पर बल दिया गया. आज की बैठक में प्रखंड प्रभारियों का चयन किया गया. इसके अलावे बाबूलाल के नेतृत्व में झरिया विस्थापन और डीसी रेल परिचालन बंद के खिलाफ आगामी 9 अगस्त को विपक्षी दलों के साथ आहूत कोयला भवन घेराव कार्यक्रम की तिथि बदले जाने की घोषणा की गई.

पार्टी नेता रमेश राही ने कहा कि मौसम के मद्देनजर तिथि में बदलाव कर दिया गया है. अब अगर अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन नहीं भी मिला तो भी आगामी 30 तारीख को जेवीएम जनहित के मुद्दे पर कोयला भवन का घेराव करेगी.

बैठक में उपस्थित जेवीएम के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक डॉ सबा अहमद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि नितीश के फैसले से महा गठबंधन को चोट जरूर पंहुची है पर झारखण्ड में जेवीएम को इससे फर्क नहीं पड़ता आने वाले चुनाव में जेवीएम अपने बूते राज्य में सरकार बनायेगी.

Web Title : NO IMPACT ON JVM DUE TO BREAKDOWN OF MAHA COALITION SABAH AHMED