पारा शिक्षक का धरना

धनबाद : स्थायीकरण, चार माह के बकाया मानदेय का भुगतान, रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने आदि सवालो पर राज्य भर के पारा शिक्षकों ने प्रखण्ड कार्यालय पर धरना दिया.

धनबाद प्रखण्ड कार्यालय पर धरना का नेतृत्व कर रहे पारा शिक्षक मनोज राय ने कहा कि बकाया मानदेय भुगतान नहीं होने से शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं.

छत्तीसगढ की तर्ज पर झारखंड सरकार भी पारा शिक्षकों को स्थायी करे, पर यहां की सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोई है.

 

तीन सूत्री मांगों को लेकर निरसा प्रखंड कार्यालय पर धरना दिया

धरनार्थियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगें माने वरना आन्दोलन को बाध्य होंगे. संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप मंडल ने कहा कि सरकार भी मान रही है कि पाराशिक्षक प्राथमिक शिक्षा की रीढ़ हैं.

उनके प्रयास से शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है.

परन्तु पारा शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं. पारा शिक्षकों को चार माह से मानदेय नहीं मिला है.

आमरण अनशन पर संघ के चार पदाधिकारियों पर डीएसइ ने झूठा मुकदमा दर्ज करवाया.

वर्ष 2010 से पूर्व से चयनित पारा शिक्षकों का समायोजन किया जाए.

पतीत पावन रायचैधरी, रोबिन चक्रवर्ती, पुष्पेन्द्र पाण्डेय ,नित्यानंद दां, शेख असफाक ,सुजीत ठाकुर, प्रकाश तिवारी, परितोष दास सहित अन्य ने भी संबोधित किया.

Web Title : PARA TEACHERS ON STRIKE