छठ में पंद्रह घंटे पानी में रहकर आराधना करते है धोवाटांड के गुनवंत भाई

धनबाद : लोकआस्था के महापर्व छठ के प्रति आस्था ऐसी है कि धोवाटांड़ शास्त्री नगर के रहने वाले गुणवंत भाई जोशी सूर्योदय की प्रतीक्षा में लगातार 15 घंटे पानी में खड़े रहकर छठ पूजन की विधि को पूर्ण करते है.

उगते सूर्य को अर्ध्य देने के बाद ही पानी से बाहर आते है.  अपने पिता से प्रेरणा लेकर इन्होने साल 2004 में विश्व शांति के लिए छठ व्रत शुरू किया था. तब इनकी आर्थिक स्थिति खराब थी. स्थानीय लोगों ने मदद की.

फिर साल-दर-साल उनकी आस्था की कहानी पूरे विकास नगर में फैल गई. अब व्रत के दौरान शहर के गणमान्य लोग गुणवंत की मदद करते हैं. छठ पूजा कमेटी के सदस्य भी तालाब में उन्हें खास स्थान दिलाते हैं, ताकि उन्हें रातभर कोई दिक्कत नही हो.

गुणवंतजोशी ने पैदल ही कई धार्मिक यात्राएं की हैं. शक्ति मंदिर की स्थापना के समय उन्होंने धनबाद से वैष्णो देवी तक की पदयात्रा की थी.

खाटू धाम, मैहर आदि भी पैदल जा चुके हैं. इसके लिए भी शहर के कई व्यवसायी उनकी मदद करते हैं.  ये पिछले 12 वर्षों से छठ व्रत कर रहे हैं. अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने विकास नगर के छठ तालाब में उतरते हैं, तो अगली सुबह उदीयमान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के बाद ही पानी से बाहर आते हैं.

 45 वर्षीय गुणवंत मूल रूप से गुजरात के हैं और अब तक कुंवारे हैं. वे कहते हैं कि व्रत करने से आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है.

Web Title : STAYING IN THE WATER CHHATH FIFTEEN HOURS OF WORSHIP GUNWANT BHAI