सबसे बड़ी जंग : क्या संथालिया के ‘गले का हार’ चमकेगा या शेखर का ‘बल्ला’ बोलेगा !

धनबाद : सबसे बड़ी जंग का आगाज हो चूका है  धनबाद मेयर पद के लिए भाजपा समर्थित प्रत्याशी प्रदीप संथालिया के गले का हार चमकेगा या शेखर अग्रवाल का बल्ला बोलेगा! यह जुमला इस चुनाव में चल सकता है अगर चुनाव चिह्न को लेकर लगाये जा रहे कयास सही साबित हों.

मंगलवार को स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. नाम के पहले अक्षर के आधार पर बंटने वाले चुनाव चिह्न को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं कि प्रदीप संथालिया को गले का हार व शेखर अग्रवाल को बल्ला चुनाव चिह्न आवंटित हो सकता है.

यह कयास चुनाव चिह्न के सीरियल नंबर के आधार पर लगाया जा रहा है. हालांकि नगर निगम के उम्मीदवारों के पसंद का चुनाव चिह्न नहीं मिल रहा है. रिटर्निग ऑफिसर के मुताबिक किसी भी अभ्यर्थी को अपनी पसंद के अनुसार प्रतीक चुनने की सुविधा नहीं है और न ही निर्वाची

पदाधिकारी द्वारा किसी अभ्यर्थी को अपने मन से कोई प्रतीक आवंटित किया जा सकता है. अभ्यर्थियों की सूची में जिस क्रम में अभ्यर्थियों के नाम अंकित होंगे, उसी क्रम में उन्हें निर्वाचन प्रतीकों की सूची में अंकित प्रतीक बारी-बारी से आवंटित किया जायेगा.
 
मेयर के लिए निर्धारित चुनाव चिह्न : हवाई जहाज, अलमारी, गुब्बारा, चूड़ी, टोकरी, बल्ला, बल्लेबाज, बैटरी टार्च, गले का हार, घंटी, ब्लैक बोर्ड, किताब, डबल रोटी, ईंट, ब्रिज, ब्रिफकेस, बैगन, ब्रुश, घर, बस, केक, कैमरा, मोमबत्ती, कार, कैरम बोर्ड, गाजर, छत का पंखा, कुरसी, कोट,

नारियल है.

Web Title : THE BIGGEST BATTLE: