बाल भिक्षावृत्ति रोके, भिक्षावृत्ति कराने वालों को टोक

बालाघाट. बाल भिक्षावृत्ति समाज के लिए एक अभिशाप है जिस उम्र में बच्चों को ऑंगनवाड़ी या स्कूल में होना चाहिए या तो वे खुद  भीख मांगते पाये जाते है या उनको गोद में लेकर भिक्षावृत्ति का कार्य किया जाता है. ऐसी प्रवृत्ति को रोकने समय समय पर जिला बाल संरक्षण कार्यालय एवं बाल कल्याण समिति बालाघाट द्वारा विभिन्न स्थानों को चिन्हिांकित कर ऐसा करने वालों को समक्षाइश दी जाती है एवं बच्चो को स्कूल जाने हेतु प्रेरित किया जाता है.  

इसी तारतम्य में गत दिवस गुजरी बाजार एवं जामा मस्जिद के बाहर भिक्षावृत्ति का कार्य कर रही माताओं को समक्षाईश दी गई एवं जनसमूह को बाल भिक्षावृत्ति को समाप्त करने हेतु बच्चों को भीख न देने एवं उन्हे ऑगनवाडी या स्कूल जाने प्रेरित करने की अपील की गई. ये बच्चे हमारे देश का भविष्य है. इस कार्यवाही में बाल कल्याण समित बालाघाट अध्यक्ष श्रीमती साधना शुक्ला, सदस्य श्रीमती फिरोजा खान, डॉ. मोनिका मिश्रा, बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज खरे, विशेष किशोर पुलिस इकाई बालाघाट एवं चाईल्ड़ लाईन की सहभागिता रही. बाल हित में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए बाल कल्याण समिति से संपर्क करें अथवा चाईल्ड लाईन टोल फ्री नं. 1098 पर काल करने की सलाह दी गई.


Web Title : PREVENT CHILD BEGGING, TOHOLD BEGGARS