बालाघाट विधानसभा की जनता के बेटे अजेय विशाल बिसेन ने किया चुनाव का आगाज, लालबर्रा से बालाघाट तक वाहनों का निकला काफिला, किसानों और मजदूरों की उठाई आवाज

बालाघाट. कभी कांग्रेस के सशक्त प्रवक्ता रहे विशाल बिसेन ने कांग्रेस से अलग होकर वैनगगा किसान यूनियन एवं वैनगंगा किसान मजदूर यूनियन से बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूती देने का जो सिलसिला शुरू किया था, वह आज पौधे से वृक्ष के रूप में परिवर्तित हो गया है. कांग्रेस छोड़कर अपनी राजनीति लाईन को बढ़ाने में जुटे विशाल बिसेन ने काफी पहले बालाघाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. जिसके बाद वह क्षेत्र में सघन जनसंपर्क में जुट गये थे और लगातार वह विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाए हुए है और इस चुनाव में राजनीतिक खिलाड़ियों से दो-दो हाथ करने वह राजनीतिक मैदान में कूद गये है.  

07 अक्टूबर शनिवार को बालाघाट विधानसभा के लालबर्रा में किसान-मजदूर महासम्मेलन के वृहद आयोजन से जनता का बेटा, अजेय विशाल बिसेन ने बालाघाट विधानसभा में अपने चुनाव का आगाज कर दिया.  शनिवार को लालबर्रा से लेकर बालाघाट तक किसान और मजदूरांे के साथ उनके वाहनों के काफिले ने राजनीति दलो और जनप्रतिनिधियों में खलबली मचा दी. चुनाव आचार संहिता से पूर्व बालाघाट विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी अजेय विशाल बिसेन के किये गये इस शक्ति प्रदर्शन से राजनीतिक जानकार भी, बालाघाट विधानसभा के चुनावी गणित को लेकर असंमजस में है.  

गौरतलब हो कि विगत लंबे समय से जिले में राजनीति कर रहे युवा अजेय विशाल बिसेन के साथ बड़ी संख्या में किसान और मजदूर जुड़े है, चंूकि श्री बिसेन हमेशा उनके हितों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते रहे है. 07 अक्टूबर को भी लालबर्रा में आयोजित वृहद किसान-मजदूर महासम्मेलन में उन्होंने किसानो और मजदूरो के हितो की आवाज बुलंद की. महासम्मेलन में अजेय विशाल बिसेन के पूरे भाषण में उनका फोकस किसान और मजदूर रहे. यही नहीं बल्कि विधानसभा के विकास को लेकर भी उन्होंने विधानसभा की कमान संभालने वाले जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथो लिया. महासम्मेलन में अजेय विशाल बिसेन ने रोजगार गारंटी योजना को खेती से जोड़े जाने, शहरी क्षेत्र में रोजगार गारंटी योजना को लागु करने, धान का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने, रोजगार गारंटी योजना को वर्ष में 300 दिन के लिए लागु किये जाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि इससे ना केवल किसानों को फायदा होगा बल्कि मजदूरों को भी पलायन नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि किसानों का एक बड़ा वर्ग, मजदूरों की कमी से जूझ रहा है तो दूसरी ओर मजदूरों का एक बड़ा वर्ग, कार्य के अभाव में जिले से बाहर पलायन कर रहा है. यही नहीं बल्कि बालाघाट विधानसभा और जिले को जानबूझकर पिछड़ेपन की ओर धकेला गया अन्यथा खनिज एवं वनसंपदा से परिपूर्ण, यह जिला आज विकास की दौड़ में अन्य जिलो से कहीं आगे होता.  लोगों और वाहनों के काफिले के साथ लालबर्रा में आयोजित किसान एवं मजदूर वृहद महासम्मेलन े बाद बालाघाट पहुंचे अजेय विशाल बिसेन ने कहा कि यह जनता के बेटे का चुनावी आगाज है. मंडी में आमसभा के बाद आज हमने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव का आगाज आज रैली के रूप में कर दिया है.


Web Title : AJEYA VISHAL BISEN, SON OF THE PEOPLE OF BALAGHAT ASSEMBLY CONSTITUENCY, STARTED THE ELECTION CAMPAIGN FROM LALBARRA TO BALAGHAT, RAISED THE VOICE OF FARMERS AND LABORERS