गुरूपूर्णिमा पर आर्ट ऑफ लिविंग ने किया गुरूपूजन, योग और पौधारोपण

बालाघाट. आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा मंगलवार 16 जुलाई को गुरूपूर्णिमा के विशेष अवसर पर इस दिन को हरियाली महोत्सव के रूप में मनाते हुए ‘‘योग’’ के साथ पौधारोपण कर प्रकृति को स्वच्छ एवं प्रदूषित रहित बनाने का संदेश दिया. आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवक सुरजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि गुरूपूर्णिमा को हरियाली महोत्सव के रूप में मनाते हुए योग के साथ विश्वविख्यात सुदर्शन क्रिया की गई. जिसके बाद गुरूजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर उन्हें नमन करने गुरूपरम्परा अनुसार गुरूपूजा की गई. जिस पूजा के माध्यम से अभी तक पृथ्वी में ज्ञान प्रदान करने वाले सभी गुरूजनों का अव्हान कर उनका पूजन किया. गुरूपूर्णिमा के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के साधकों द्वारा प्रातः 6 बजे प्रातः 9 बजे तक योग का लाभ लिया. जिसके पश्चात् श्रीश्री रविशंकर जी द्वारा पूरे विश्व से किये गये आव्हान के तहत इस दिन को हरियाली महोत्सव रूप में मनाते हुए योग क्रिया में पहुंचे सभी साधकों एवं आमजनो द्वारा संकल्प के साथ मोती तालाब चौक स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण एवं मार्ग के किनारे पर चिन्हित स्थानों पर लक्ष्मीतरू, क़दम, आम, जामुन, पीपल, बरगद के पौधो का रोपण कर उन्हें सुरक्षित रखने ट्री-गार्ड लगाया. साथ ही उन पौधो के संरक्षित करने की प्रत्येक व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली.  

आर्ट ऑफ लिविंग जिला प्रचारक मौसम हरिनखेरे ने बताया कि गुरूपूर्णिमा के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा इस दिन को हरियाली महोत्सव के रूप में मनाते हुए योग और पौधारोपण किया गया. उन्होंने कहा कि जीवन में गुरू का स्थान सर्वोपरी है. हर व्यक्ति गुरू की शरण में शिक्षा ग्रहण कर एक परिपक्व इंसान बनता हैं, उसी तरह हम प्रकृति की शरण में रहकर अपने जीवन को सुरक्षित एवं आनंदमय बनाते हैं, लेकिन सोचो जब गुरू ही नहीं रहता तो इंसान मार्ग विहिन होकर बर्बादी की राह में चला जाता, ठीक वैसे ही प्रकृति ही नहीं रहेगी तो मानव जीवन कहां सुरक्षित है, अभी भी वक्त है, हम सब प्रकृति के प्रति सजग रहकर उसे इतना हरा-भरा बनाये कि वर्तमान में जिस तरह का विनाश पूरी दुनिया में देखने मिल रहा है, उसे संतुलित कर सके. इसी को लेकर आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा गुरूपूर्णिमा में गुरूओं को नमन कर पौधारोपण किया गया. उन्होंने बताया कि बालाघाट में और भी स्वयं सेवी संस्था, शैक्षणिक, धार्मिक, व्यापारिक सहित अनेक संगठनों द्वारा इस पुनित कार्य को सफलता पूर्वक किया जा रहा हैं, जो निश्चित ही जिले को हरा-भरा बनाने में कारगर कदम सिद्ध होगा.  

इस अवसर पर बड़ी संख्या में आर्ट ऑफ़ लिविंग के स्वयं सेवक एवं मोती नगर दुर्गा मंदिर समिति के सदस्य सुशीला बोरीकर, नितिन हरिनखेरे, गीता रंगलानी, सुरजीत सिंह, मौसम हरिनखेरे, हेमा वाधवानी, विकास सोनेकर, विजय रूसिया, रीतू मोहारे, कुमुद राहंगडाले, श्रीमती रत्नेश चौरसिया, किरण रूसिया, भारती ठाकुर, गौरी लिल्हारे, हेमलता भारद्वाज, ज्ञान नैनवानी,जितेन्द्र मोहारे, अनिल वाधवानी, सुशील ठाकुर, प्रकाश साहू, विक्की पालेवार, रमेश बढ़ई, राहुल टेंभरे, डॉ. बी. एल. भरने, डॉ. आशु, राम मात्रे, महेन्द्र आसटकर, दिनेश जयसवाल, अक्षय कटरे, सुनील बिसेन, मणि सिन्हा, जितेन्द्र सिंह राजपूत, करण बिसेन, मास्टर ईशान, शौर्य के साथ ही अन्य स्वयंसेवकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सभी आम लोगों से इस मानसून के मौसम में अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की.  


Web Title : ART OF LIVING DONE ON GURU PURNIMA, GURUPUJA, YOGA AND PLANTATION