बाहर से आने पर सूचना नहीं देने वालों पर होगी एफआईआर, कलेक्टर ने की स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा

बालाघाट. कलेक्‍टर दीपक आर्य की अध्‍यक्षता में आज राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक सम्‍पन्‍न हुई. बैठक में जिले के समस्‍त अनुविभागीय अधिकारी राजस्‍व, मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारी एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक उपस्थित थे.

कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना संकट की वर्तमान परिस्थिति में बुखार (फीवर) के मरीजों को आब्‍जरवेशन में रखकर उनकी निरंतर जांच करना है. जिले के बाहर से आये लोगों को यदि होम कोरेंटाइन में रखना हो तो उनके घर में डॉक्‍टर्स को छोड़कर कोई बाहरी आदमी न आयें और न ही कोई घर का आदमी बाहर जाये. यदि कोई आदमी बाहर से आया है तो उसके आने-का सम्‍पूर्ण ब्‍यौरा लें और जांच उपरान्‍त रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो स्‍पेशल कोरेंटाईन किया जाये. यदि कोई बाहर से आया है और सूचना नहीं दिया है तो उस पर एफ. आई. आर. करना है. उन्‍होंने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी ग्राम समितियों और कोटवारों के माध्‍यम से भी लें.

बैठक में बताया गया कि बालाघाट जिले में अब तक कुल 20 मरीज कोरोना पॉजेटिव पाये गये है. इसमें से सभी मरीज देश के कोरोना हाटस्पाट शहरों से वापस आये है. इनमें से 15 मरीज मुंबई, 2 मरीज दिल्ली से एवं 3 मरीज गुजरात से आये है. अतः बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखना है.

बैठक में कलेक्‍टर श्री आर्य ने कहा कि बाहर से आये लोगों को कोरेंटाईन में रखा जायें और वे जहां हैं वहीं से सेम्‍पल लिया जाये. ऐसा प्रयास करें कि जांच रिपोर्ट शीघ्र आए, जब तक रिपोर्ट नहीं आती है तब तक उन्‍हें कोरेंटाईन सेंटर में ही रखें. बैठक में निर्देशित किया गया कि कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्‍त नहीं की जायेगी. सभी बी. एम. ओ. को निर्देशित किया गया है कि डॉक्‍टरों की मीटिंग लेकर कोविड-19 के नियमों का पालन करवायें. बैहर और लांजी के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की चौकियों पर स्‍वास्‍थ्‍य कैम्‍पों के आयोजन के निर्देश दिये गये.


Web Title : FIR, COLLECTOR REVIEW HEALTH PROGRAMMES FOR NOT GIVING INFORMATION WHEN COMING FROM OUTSIDE