खापा बीट में मृत मिली बाघिन का अंतिम संस्कार, 06 संदिग्धों से हो रही पूछताछ

बालाघाट. जिले में लगातार तेंदुये की मौत के बाद बाघ की मौत ने बाघों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये है. कान्हा नेशनल पार्क के भीतर 26 जनवरी एक बाघ परिक्षेत्र खापा के बीट बम्हनी, के फायर लाईन पर मृत मिला था. बम्हनी बीट के कक्ष क्रमांक 1104 में मृत मिले बाघ की जानकारी के बाद घटना स्थल पर परिक्षेत्र अधिकारी खटिया (अतिरिक्त प्रभार खापा परिक्षेत्र), सहायक संचालक सिझौरा, उप संचालक बफर जोन वनमण्डल, कान्हा टायगर रिजर्व पहुंचे, जहां उन्होंने बाघ के शव का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण करने पर पाया कि मृत बाघ (मादा) के गले में क्लच वायर का फन्दा लगा है. जिस पर उसके शिकार की आशंका के चलते मामले में वन अधिकारियों द्वारा शिकार का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया. जिसके बाद घटनास्थल पर डॉग स्क्वाड बुलाकर सर्चिंग की कार्यवाही प्रारंभ की गई. इसके अतिरिक्त टी. पी. एफ. एवं बीट गार्डस की मदद से घटना स्थल के चारो ओर 1 कि. मी. के घेरे में खोजबीन की कार्यवाही शुरू कर दी गई है.  

घटनास्थल पर मृत मिले बाघ का कान्हा टायगर रिजर्व वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण  प्रतिनिधि सुश्री श्रवर्णा गोस्वामी, वन्यजीव संस्थान देहरादून, वन्यप्राणी संरक्षण से सम्बद्ध अशासकीय संस्था कॉर्बेट फाऊंडेशन की प्रतिनिधि सुश्री. प्रिया बारेकर की उपस्थिति में मृत बाघ (मादा) के शव का बाह्य परीक्षण किया गया एवं क्लच वायर को काटकर बाघिन से अलग किया गया. बाघिन के समस्त अंग प्रत्यंग सुरक्षित (सभी नाखून, मूंछ के बाल, केनाईन) मिले. बाघिन के शव को सूर्यास्त हो जाने के कारण वन्यप्राणी चिकित्सालय, क्वारेन्टाईन हाउस मुक्की में सुरक्षित रखा गया था. जिसके शव का 27 जनवरी को प्रातः 8 बजे बालाघाट वनवृत्त मुख्य वन संरक्षक एन. के. सनोडिया, कान्हा टायगर रिजर्व उप संचालक एन. एस. यादव, सिझौरा/मलाजखण्ड कान्हा टायगर रिजर्व सहायक संचालक एस. के सिन्हा, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की प्रतिनिधि, कार्बेट फाउंडेशन की प्रतिनिधि की उपस्थिति में शव विच्छेदन की कार्यवाही डॉ. संदीप अग्रवाल द्वारा की गई तथा फॉरेंसिक एवं हिस्टो पैथेलॉजिकल अन्वेषण के लिए सेम्पल एकत्र किये गये.  

डॉ संदीप अग्रवाल द्वारा शव विच्छेदन की कार्यवाही उपरान्त मृत बाघिन के शव को मुख्य वनसंरक्षक वृत बालाघाट, उप संचालक कान्हा टायगर रिजर्व, मण्डला, सहायक संचालक मलाजखण्ड, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की प्रतिनिधि, वन्य प्राणी संरक्षण से संबद्ध अशासकीय संस्था कॉर्वेट फाउंडेशन की प्रतिनिधि एवं अन्य की उपस्थिति मे एन. टी. सी. ए. के निर्धारित मानकों के अनुरूप शव का अंतिम संस्कार किया गया.  

कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि मामले में संपूर्ण विवेचना उपरांत वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 51 एवं 52 के अंतर्गत वन्यप्राणी अपराध में लिप्त अपराधियों के विरूद्ध यथोचित वैधानिक कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने बताया कि बाघिन की मौत को गंभीरता से लेते हुए घटना स्थल के आसपास के 6 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिये बुलाया गया है. जिनसे पूछताछ जारी है.


Web Title : FUNERAL OF TIGRESS FOUND DEAD IN KHAPA BEIT, 06 SUSPECTS QUESTIONED