गोंगलई कन्या छात्रावास की छात्राओं और अभिभावकों ने घेरा कलेक्ट्रेट, पांच दिनों बाद भी जांच पूरी नहीं,छात्राओं ने फिर बताई प्राचार्य के अश्लील हरकत की शिकायत

बालाघाट. गोंगलई कन्या परिसर में अध्ययनरत छात्राओं को कम मात्रा मंे अपौष्टिक भोजन देने, छात्रावास की सफाई, दूषित पानी और सबसे प्रमुख प्राचार्य वाय. के. डोंगरे के छात्राओं के साथ अश्लील हरकत किये जाने के मामले में छात्राओं के प्रदर्शन में कार्यवाही के आश्वासन के बाद पांच दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने से नाराज छात्रावास की, छात्राओं और अभिभावकों ने आज कलेक्ट्रेट का घेराव किया और मामले में शीघ्र और ठोस कार्यवाही किये जाने की मांग की.

ज्ञात हो कि प्राचार्य की अश्लील हरकत और अव्यवस्थाओं से परेशान छात्राओं ने 20 जुलाई को प्रदर्शन किया था. जिसकी जानकारी के बाद पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों ने छात्राओं को आश्वस्त किया था कि मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेगी. वहीं इसी मामले की जानकारी के बाद आयुष मंत्री स्वयं अपनी विधानसभा अंतर्गत आने वाले गांेगलई छात्रावास पहुंचे थे. जहां भी उन्हें, छात्राओं द्वारा प्राचार्य की अश्लील हरकत के बारे में पता चला था, लेकिन उनके निर्देश के बाद भी कार्यवाही के कच्छप गति से चलने से परिसर मंे निवासरत छात्राओं और अभिभावकों में आक्रोश है, जो आक्रोश 25 जुलाई को कलेक्ट्रेट कार्यालय में देखा गया, जहां छात्राओं और अभिभावकों ने कलेक्ट्रेट को घेरकर अपना आक्रोश जाहिर किया.

कन्या छात्रावास की सीनियर छात्रा तमन्ना अर्जुनवार की मानें तो 20 जुलाई मंे प्रदर्शन के बाद केवल और केवल भोजन की व्यवस्था सुधरी है, जबकि इस दौरान परिसर में अध्ययन के लिए निवासरत 50 से 60 बच्चियों की तबियत बिगड़ी है, जिन्हंे दिन तो दिन और रात तो रात में हमने एम्बुलेंस बुलवाकर भर्ती कराया है, लेकिन कोई छात्राओं का हाल जानने नहीं आया. अब तक छात्रायें, प्राचार्य की अश्लील हरकत पर मौन थी, चूंकि उन्हें सीनियर के संपर्क में नहीं आने दिया जाता था, लेकिन जब वह हमारे संपर्क में आई तो उन्होंने अपने साथ प्राचार्य द्वारा किये जाने वाली हरकत को बयां किया है. जिसकी महिला थाने में शिकायत और बयान के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई. सुनसान क्षेत्र में छात्राओं का छात्रावास है, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है, कलेक्टर की ओर कई गार्ड घूमते रहते है लेकिन वह बच्चियों की सुरक्षा के लिए कोई गार्ड नहीं है, आज पांच दिन बीतते आ रहा है लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही की गई. ना ही छात्रावास में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के लिए कोई कैंप लगाया गया. जिससे छात्रायें नाराज है. दूसरी ओर प्राचार्य, छुट्टी लेकर, छात्राओं के घर-घर जाकर अभिभावकों को पैसे का लालच देकर प्रलोभित और ब्लैकमेलिंग कर रहे है. हमारी मांग है कि छात्रावास की व्यवस्था में सुधार किया जायें और प्राचार्य के खिलाफ अपराधिक एवं विभागीय कार्यवाही की जाये.

अभिभावक पंचेरा निवासी मनोहर पंद्रे ने बताया कि उनकी बेटी 8 वीं कक्षा में यहां रहकर अध्ययन कर रही है, जिसकी तबियत ज्यादा खराब होने के बाद भी उन्हें नहीं बताया गया, जब वह गंभीर होने लगी तो चपरासी का फोन उन्हें आया. जब वह शाम को छात्रावास पहुंचे तो वहां से बच्ची को दूसरे दिन सुबह ले जाने की बात कही गई. जब वह दूसरे दिन बच्ची को लेकर पहुंचे तो पता चला कि उसकी तबियत छात्रावास में दूषित पानी पीने से खराब हुई है, छात्रावास की पानी की टंकी को कभी साफ नहीं किया जाता और छात्राओं को दूषित पानी पिलाया जाकर उनकी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है.

आदिवासी अंचल कुमादेही सरेखा से पहुंची अभिभावक मां लक्ष्मी उइके ने बताया कि प्राचार्य, बच्चों के बीमार होने पर छुट्टी नहीं देते है, बीमार होने पर पूछते है कि कहां दर्द हो रहा है, बच्चियां बड़ी हो रही है और ऐसा किसी प्राचार्य का कहां दर्द होना है, पूछना बताता है कि प्राचार्य कितने अश्लील है. जिनके खिलाफ कार्यवाही में देरी किया जाना, शासन और प्रशासन द्वारा बचाने की ओर इंगित करता है, जो सहन नहीं किया जायेगा.


इनका कहना है

छात्रावास प्रबंधन और साफ-सफाई को लेकर छात्रायें शिकायत करने आई थी. जिसमें विवेचना जारी है, विवेचना उपरांत जो भी तथ्य आयेंगे, उस आधार पर कार्यवाही की जायेगी.

डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, कलेक्टर


Web Title : GIRL STUDENTS AND PARENTS OF GONGLAI GIRLS HOSTEL GHERAO, INVESTIGATION NOT COMPLETED EVEN AFTER FIVE DAYS, GIRL STUDENTS COMPLAIN AGAIN ABOUT THE PRINCIPALS INDECENT ACT