पुलिस वर्दी में आरक्षक की गुंडाई,वर्दी का रौब दिखाकर होटल में की तोड़फोड़

पुलिस वर्दी में आरक्षक की गुंडाई,वर्दी का रौब दिखाकर होटल में की तोड़फोड़ 

बालाघाट. प्रदेश में पुलिस की छबि सुधारने के लिये ना जाने कितने प्रयास किये जा रहे हो लेकिन खुद पुलिसकर्मी ही अपनी खाकी वर्दी को दागदार करने का कार्य करने का काम कर रहे है, अक्सर ऐसे मामले सामने आ ही जाते है जिसमें ना केवल पुलिसकर्मी अपने विभाग का रौब दिखाकर आम जनता को परेशान करते है बल्कि उनके साथ मारपीट की घटना को भी अंजाम देते है कि कुछ ऐसा ही मामला जिले के वारासिवनी थाना क्षेत्र से 2 जुलाई की प्रातः सामने आया है जहां एक नशे में धुत्त पुलिस कर्मी ने ना केवल जमकर उत्पात मचाया बल्कि उसे ऐसा करने से मना करने वालों के साथ मारपीट भी कि.  


बतांदे कि 2 जुलाई को वारासिवनी पुलिस लाईन में पदस्थ आरक्षक 749 नरेन्द्र अहिरवार ने वर्दी में जो गुंडाई दिखाई है, उससे क्षेत्र में पुलिस को लेकर रोष दिखाई दे रहा है. बताया जाता है कि 2 जुलाई को बालाघाट पुलिस लाईन में पदस्थ आरक्षक नरेन्दª अहिरवार अपने कुछ साथियों के साथ वारासिवनी नगर के वार्ड क्रमांक 14 गंगोत्री कॉलोनी में स्थित शराब दुकान के आहते में पहुंचा जहां उसने पहले तो जमकर पार्टी मनाई लेकिन जब उक्त संस्थान के संचालक ने उससे राशि की मांग की तो वह वर्दी का रौब दिखाते हुए गुंडे की तरह हॉटल में तोड़फोड़ करने लगा. जिसके बाद इसकी शिकायत वारासिवनी पुलिस को दी गई. जहां से वारासिवनी पुलिस ने नशे में धुत्त, आरक्षक को लेकर थाना पहुंची. बताया जाता है कि वर्दी मंे पुलिसकर्मी की इस कृत्य के बाद लोगो में आक्रोश है, वहीं लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े रहे है. उनका कहना है कि जब पुलिसकर्मी ही ऐसा करेंगे तो पुलिस और गुंडे में क्या फर्क रह जायेगा. बताया जाता है इस घटना में जहां दुकान संचालक को नुकसान पहुंचा है, वहीं आरक्षक के कर्तव्य के प्रति लापरवाही भी दिखाई दी है, वहीं हॉटल संचालक ने दुकान में खाना-पीकर, बिल मांगने पर तोड़फोड़ करने और नुकसान पहुंचाने के मामले मंे एफआईआर दर्ज कर पुलिसकर्मी को निलंबित किये जाने की बात कही है. मामले में आहते के संचालक संजय सेलारे ने बताया कि आज प्रातः 3 युवक आये और खाने का आर्डर दिये जिसके बाद उन्होने शराब का सेवन किया और खाना खाया जिसके बाद जब मेरे द्वारा उन्हे बिल बताया गया तो उन्होने कहा कि हम पुलिस स्टॉफ से है आपको बिल नही देगे, जब मैने इसका विरोध किया तो उन्होने दुकान की सामग्री को फैका और बताया कि मैं बालाघाट पुलिस थाने से हूं, पुलिस से पैसा नही लिया जाता और मुझसे मारपीट की जिसके बाद मेरे द्वारा मामले की शिकायत वारासिवनी थाने में की है.


Web Title : HOOLIGANISM OF GUARD IN POLICE UNIFORM, VANDALISM OF HOTEL BY SHOWING UNIFORM