एक घंटे के ऑपरेशन में महिला के पेट से निकाला गया 6 किलो का गोला,बच्चे के वजन से ज्यादा बच्चेदानी में गोला से परेशान थी महिला

बालाघाट. नगर के सांई कृपा चतुरमोहता अस्पताल में गत दिवस एक घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद 35 वर्षीय महिला के बच्चेदानी में बन चुके 6 किलो मांस के गोला को निकाला गया. जो गर्भ में रहने वाले बच्चे के वजन से कहीं ज्यादा है. ऑपरेशन के बाद महिला पूरी तरह से स्वस्थ्य है.  

बच्चेदानी मंे बना था गोला

मिली जानकारी अनुसार लांजी क्षेत्र के खंडवा नंदौरा निवासी 35 वर्षीय पुस्तकला पति रविन्द्र ठाकरे, काफी समय से पेट दर्द से परेशान थी. अक्सर पेट में होना वाला असहनीय दर्द से पीड़ित महिला को जब सांई कृपा चतुरमोहता अस्पताल लाया गया. जहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दर्शना चतुरमोहता ने उसका पूरी चिकित्सीय जांच की गई. जिसमें पता चला कि महिला के बच्चेदानी में मांस से बना बड़ा गोला है, जिसके कारण महिला को अक्सर पेट में दर्द की शिकायत होती है. जिसकी जानकारी के बाद पति-पत्नी को बच्चेदानी में मांस के गोला के बारे में जानकारी दी गई और समझाया गया कि ऑपरेशन के बाद इसे निकाला जा सकता है, जिससे महिला पूरी तरह से स्वास्थ्य हो जायेगी और फिर उसे उठने वाले असहनीय दर्द से परेशान नहीं होना पड़ेगा.  

अस्पताल में भर्ती कर चला ईलाज

ठाकरे दंपत्ति के ऑपरेशन के तैयार होने के बाद महिला के ऑपरेशन की तैयारी की गई. इससे पूर्व अस्पताल में भर्ती रखकर उसका उपचार किया गया. ताकि महिला के बच्चेदानी में बने मांस के गोला को निकालने किये जाने वाले ऑपरेशन में कोई समस्या न हो और महिला का ऑपरेशन किया जा सके.

तीन डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर निकाला 

गत दिवस सांई कृपा चतुरमोहता अस्पताल में महिला के बच्चेदानी में बने मांस के बड़े से गोला का ऑपरेशन तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया. अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में लगभग एक घंटे तक चले ऑपरेशन में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दर्शना चतुरमोहता, डॉ. दबड़गाव और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मेश्राम की टीम द्वारा ऑपरेशन किया गया. सफल ऑपरेशन के बाद महिला के बच्चेदानी में बना मांस का 6 किलो का गोला निकाला गया. चिकित्सीय जानकारी अनुसार अमूमन बच्चेदानी में ढाई से पौने तीन किलो तक नवजात शिशु रहता है. जो नवजात शिशु से बड़ा गोला होने से महिला परेशान थी. हालांकि ऑपरेशन के बाद अब महिला पूर्णतया स्वस्थ्य है.  

Web Title : IN AN HOUR LONG OPERATION, A 6 KG SPHERE EXTRACTED FROM THE WOMANS ABDOMEN WAS DISTURBED BY A SPHERE IN THE CHILD OVER THE WEIGHT OF THE CHILD.