जैन कलार समाज का गठन, प्रभाकर रणदिवे बने प्रथम अध्यक्ष

बालाघाट. 11 फरवरी को जिले में निवासरत जैन कलार समाज का गठन, सामाजिक बैठक में किया गया. नगर के कमला नेहरू में आयोजित सामाजिक बैठक में सामाजिक वक्ताओं ने समाज के उत्थान और सामाजिक एकजुटता पर अपने-अपने विचार रखे. इस दौरान सामाजिक महिलाओं ने एकदूसरे को सौभाग्य का टीका हल्दी कुमकुम भी किया. साथ ही बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई.  

जैन कलार समाज प्रतिनिधि रिटायर्ड प्राध्यापक डॉ. रविन्द्र कुमार सोनवाने ने बताया कि जैन कलार समाज का गठन को लेकर यह प्रथम मिलन समारोह आयोजित किया गया था. जिसमें महिलाओं ने हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम भी किया है. सम्मेलन की शुरूआत हमारी कुलमाता जैनादेवी, भगवान सहस्त्रबाहु और मां सरस्वती के पूजन के साथ की गई. उन्हांेने बताया कि जैन कलार समाज लांजी क्षेत्र के अलावा पूरे जिले में निवासरत है. जो एक प्रबुद्ध और सुशिक्षित समाज है. जिसके लोग शिक्षा, न्यायालय, इंजीनियरिंग और मेडिकल क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर कार्यरत है. जिन्हें एकजुट कर जैन कलार समाज के संगठन का गठन किया गया है. ताकि सामाजिक रूप से समाज और समाज के बच्चों एवं युवाओं के उत्थान और उन्नति के बारे में समाज प्रयास कर सके.

जैन कलार समाज कार्यकारिणी घोषित

कमला नेहरू प्रेक्षागृह में जैन कलार समाज का मिलन समारोह सह हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम रिटायर्ड प्रो. डॉ. रविन्द्र सोनवाने की अध्यक्षता में आयोजित किया गया. साथ ही आज जैन कलार समाज बालाघाट की कार्यकारिणी भी गठित की गई. जिसमें संरक्षक रविन्द्र सोनवाने, झनकराम मानापुरे, शेषराम दहीकर, सुरेन्द्र सोनवाने, श्रीमती माधुरी सोनवाने, अध्यक्ष प्रभाकर रणदिवे, उपाध्यक्ष महेन्द्र सोनवाने, योगेन्द्र दहीकर, सचिव धनंजय सोनवाने, कोषाध्यक्ष प्रभात मुरकुटे, सहसचिव लक्ष्मण रामटेक्कर, वासुदेव आसटकर, सुनील मुरकुटे, श्रीमती अलका रामटेक्कर, मीडिया प्रभारी महेन्द्र पलांदुरकर, महेन्द्र आसटकर, सांस्कृतिक प्रभारी श्रीमती प्रीति दुरूगकर, अनिला मानापुरे, श्रीमती सीमा खोब्रागढ़े, कार्यकारिणी सदस्य रमेश पांदुरकर, सतीश सोनवाने, गिरीश दुरूगकर, संतोष सोनवाने, दिलीप मुरकुटे और अशोक आसटकर को मनोनित किया गया है.  


Web Title : JAIN KALAR SAMAJ FORMED AS ITS FIRST PRESIDENT PRABHAKAR RANADIVE