पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच करने अधिकारी नियुक्त

बालाघाट. विगत 1 अप्रैल को लांजी थाना क्षेत्र के पितकोना-केरझिरी जंगल में पुलिस और नक्सल के बीच हुई मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के लिए लांजी एसडीएम प्रदीप कुमार कौरव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जांच अधिकारी ने बताया कि इस घटना के संबंध में जो भी व्यक्ति साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहते है. वे एसडीएम कार्यालय समय में या जांच अधिकारी के समक्ष 23 अप्रैल तक उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है.

ज्ञात हो कि 1 अप्रैल को पितकोना-केरझिरी जंगल क्षेत्र में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी संगठन के कान्हा-भोरमदेव और जीआरबी डिवीजन के सक्रिय सशस्त्र नक्सलियों द्वारा एकराय होकर घातक अवैध अग्नेय शस्त्रों से लैस होकर पुलिस बल को हताहत करने और हथियार लूटने के इरादे से पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर हमला किया. पुलिस ने आत्मरक्षा में की फायरिंग में 38-40 वर्ष की वर्दीधारी सशस्त्र महिला माओवादी एक एके-47, रायफल के साथ 53 से 55 वर्षीय एक सशस्त्र पुरुष माओवादी एक 12 बोर रायफल के साथ मृत पाया गया. घटनास्थल पर मृत पाए गए महिला माओवादी की पहचान कान्हा-भोरमदेव डिवीजन की प्लाटून-02 की डिवीजन कमेटी सदस्य सजंति उर्फ क्रांति पति सुरेंदर निवासी ग्राम रेगाड़म थाना भेज्जी जिला सुकमा (छत्तीसगढ़) और मृतक पुरुष माओवादी की पहचान प्रथम दृष्टया मलाजखंड एरिया कमेटी सदस्य रघु उर्फ शेरसिंह उर्फ सोमजी पन्द्रे दड़ेकसा चौकी डाबरी थाना लांजी बालाघाट के रूप में हुई थी.


Web Title : MAGISTRATE APPOINTED OFFICER TO INVESTIGATE POLICE MAOIST ENCOUNTER