फिर नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ को लगाई आग, 59 बोरी तेंदुपत्ता खाक,केन्द्र,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों के खिलाफ पर्चे से दर्ज कराया विरोध, जांच में जुटी पुलिस

बालाघाट. नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में नक्सली, हालिया दिनों में तेंदुपत्ता फड़ में आगजनी कर अपनी उपस्थिति महसुस करा रहे है. 8 दिनों के भीतर मलाजखंड थाना के पाथरी चौकी अंतर्गत कंदई क्षेत्र में लगभग 22 मई को लाखों रूपये के तेंदुपत्ता में आगजनी के बाद बीते 30 की रात मलाजखंड दलम के लगभग 15 से 16 नक्सलियों ने किरनापुर थाना के लोडांगी चौकी अंतर्गत जोधीटोला में संग्रहित कर रखे गये तेंदुपत्ता फड़ में रखे 59 बोरा लगभग 75 हजार गढ्ढियां को आग लगा दी. जिससे तेंदुपत्ता खरीदी कर रही छत्तरपुर की मेसर्स एस. एस. कंपनी को लगभग एक लाख 88 हजार रूपये का नुकसान पहुंचा है. एक बार फिर तेंदुपत्ता फड़ में आगजनी की घटना को मलाजखंड दलम ने अंजाम दिया है. घटना के बाद मलाजखंड एरिया कमेटी के नाम से नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके है. जिसमें मोदी सरकार, प्रदेश और छत्तीसगढ सरकार के गलत नीतियों का विरोध किया गया है. वहीं झामसिंह धुर्वे की कथित मुठभेड़ में मौत का मामला उठाते हुए कहा कि उसका खून बेकार नहीं जायेगा. जिसमें पुलिस ने मलाजखंड दलम के नक्सलियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है. वहीं घटना के बाद जंगलो में नक्सलियों की तलाश के लिए सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है. यहां मलाजखंड एरिया कमेटी के नाम से न

गोदामों में ले जाने संग्रहित कर रखा गया था तेंदुपत्ता

बताया जाता है कि तेंदुपत्ता तुड़ाई का काम लगभग-लगभग खत्म हो गया है और तेंदुपत्ता खरीदी कर रही कंपनी तेंदुपत्ता को गढ्ढियों के रूप में एकत्रित कर बोरियों में भरकर गोदामों में ले जाने की तैयारी में है. जोधीटोला में गोदाम में ले जाने के लिए कंपनी के मैनेजर द्वारा तेंदुपत्ता संग्रहित कर बोरियो में भरकर रखा गया था. जिसे रात में आये नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. जिसकी सूचना मैनेजर को फड़ मुंशी द्वारा दी गई.

केन्द्र, प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार पर साधा निशाना

महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ स्पेशल जोनल कमेटी के नाम से फेंके गये पर्चे में नक्सलियोें ने कहा कि संसद में बहुमत और कोरोना के बहाने लॉकडाउन का फायदा उठाकर मोदी सरकार एक के बाद एक जनविरोधी कानून पास कर रहे है. नक्सलियों ने कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों को कार्पोरेट कंपनियों का गुलाम बनाने वाला कानून है. मोदी सरकार प्रचार के माध्यम से विकास की डिंगे मार रही है, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि सरकार दमनात्मक रवैया अपना रही है. वहीं प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार पर पर्चे में निशान साधते हुए नक्सलियों ने कहा कि एक तरफ दुनिया और देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य सरकारें जनता के आजीविका को नष्ट करने पर तुली है. जनता को खासकर आदिवासी जनता को जमीन से बेदखल कर विस्थापित करने की कार्यवाही जबरदस्ती की जा रही है. बालसमुंद गांव के झामसिंग धुर्वे की हत्या सरकार की आदिवासी को विस्थापित करने वाली जनविरोधी निधि का हिस्सा है.   

तेंदुपत्ता तोड़ने और बिक्री का अधिकार जनता को दे

नक्सलियों ने पर्चे में कहा कि लॉकडाउन में लोगों का रोजगार चला गया और बेतहाशा महंगाई बढ़ गई है लेकिन तेंदुपत्ता की दर पिछली साल की तरह 250 रूपये ही है इसलिए तेंदुपत्ता रेट प्रति सैकड़ा 300 रूपये किया जायें और तेंदुपत्ता पर जनता को संपूर्ण हक देकर उसकी रॉयल्टी, तोड़ाई और बिक्री का संपूर्ण अधिकार जनता को दे.  

कोरोना महामारी पूंजीवादी व्यवस्था की देन

नक्सलियों ने पर्चे में वैश्विक महामारी कोरोना का भी जिक्र करते हुए कहा कि यह बीमारी पूंजीवादी व्यवस्था की देन है. जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण खतरनाक वायरस का कहर लोगों पर बरपा है.  


इनका कहना है

किरनापुर थाना अंतर्गत जोधीटोला में मलाजखंड दलम के नक्सलियों के समूह ने तेंदुपत्ता फड़ में आगजनी की है. जिससे तेंदुपत्ता खरीदी करने वाली कंपनी को नुकसान पहुंचा है. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है. तेंदुपत्ता फड़ में आगजनी के बाद जंगलो में लौटे नक्सलियों की तलाश के लिए सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है.

अभिषेक तिवारी, पुलिस अधीक्षक


Web Title : NAXALITES THEN SET FIRE TO TENDUPATA PHAD, 59 SACKS OF TENDUPATKHA, PROTEST AGAINST POLICIES OF CENTRAL, MADHYA PRADESH AND CHHATTISGARH GOVERNMENTS, POLICE INVESTIGATING