बालाघाट. लांजी भानुटोला निवासी नवविवाहिता 25 वर्षीय नंदिनी पति आकाश बेदरे की जिला चिकित्सालय मौत हो गई. जिसे अत्यधिक रक्तस्राव होने के बाद लांजी से रिफर हालत में भर्ती कराया गया था. परिजनो का आरोप है कि देरी से उपचार किये जाने से मौत हुई है. बताया जाता है कि नंदिनी को लांजी अस्पताल में लगभग 10-12 दिन पहले प्रसव हुआ था. जिसमंे उसने बालक को जन्म दिया था. जिसके उपरांत 27 मार्च को छुट्टी दे दी गई थी और प्रसूता नंदिनी को लेकर परिजन घर चले गये थे. मां सुनीता सिल्हारे की मानें तो आज सुबह जब बेटी बाथरूम गई तो अत्यधिक रक्तस्राव होने से वह वहीं बैठ गई. जिसे परिजनों ने ऑटो से दोपहर 1. 30 बजे लांजी अस्पताल लाया. जहां उसकी हालत को देखते हुए उसे जिला चिकित्सालय रिफर किये पर हम उसे लेकर साढ़े चार बजे यहां पहुंच गये थे, लेकिन उसके उपचार में केवल एक बॉटल लगा दी गई और फिर कोई उपचार नहीं किया गया. जिससे उसकी मौत हो गई. चिकित्सालय में समुचित उपचार नहीं मिलने से उसकी बेटी की जान चली गई. नंदिनी को लांजी अस्पताल से रिफर किया गया था. चूंकि लांजी से रिफर पर्ची में चिकित्सक द्वारा गिरने या मारने से अत्यधिक रक्तस्राव होने की बात मेंशन की थी, जिससे मृतिका नंदिनी की मौत का मामला संदेहास्पद होने पर पुलिस महिला का पीएम करवाना चाहती है लेकिन परिजन तैयार नहीं है. मौत के बाद अस्पताल तहरीर पर अस्पताल चौकी पुलिस महिला का पीएम करवाने शव बरामद करने पहुंची तो परिजनों ने इंकार कर दिया. जब पुलिस ने पीएम की बात कही तो परिजन हंगामा करने लगे. हंगामा बढ़ता देख अस्पताल चौकी पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद वहां सीएसपी अंजुल अयंक मिश्रा, थाना प्रभारी कमलसिंह गेहलोत भी पहुंचे और परिजनों ने चर्चा की, लेकिन परिजन मानने तैयार नहीं है, फिलहाल तहसीलदार और एसडीएम के आने के बाद मृतिका के शव को मर्चुरी में रखवा दिया गया है. वहीं मां और परिजनों का कहना है कि जब बेटी की मौत पर कोई शंका ही नहीं है तो वह पीएम का चीरफाड़ नहीं करवाना चाहते है. फिलहाल इस मामले में आज क्या होता है, यह देखना होगा.