बालाघाट. कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और सावधानी को लेकर किये गये लॉक डाउन के बाजवूद लोगों घरो से निकल रहे है, जिन्हें रोकने पुलिस ने अब पूरी तरह से कमर कस ली है. लॉक डाउन के दौरान शहर औैर गलियों में लोगांे के निकलने की जानकारी के बाद पुलिस ने अब इन पर ड्रोन कैमरे से नजर रखेगी. जिसके लिए आज पुलिस ने अपना पहला ट्रायल किया और 6 अप्रैल से दिन में दो बार और जरूरत पड़ने पर अन्य समय में भी पुलिस ड्रोन के माध्यम से लोगों की आवाजाही और समूह में मौजूदगी पर नजर रखेगी. चूंकि बालाघाट शहर काफी बड़ा है और पुलिस फोर्स की कमी के कारण सभी जगह पर पुलिस की निगरानी संभव नहीं है, इसलिए पुलिस अब ड्रोन कैमरे के माध्यम से लॉक डाउन के दौरान बाहर निकलने वालों पर नजर रखेगी.
गौरतलब हो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सावधानी को लेकर किये गये लॉक डाउन के दौरान लोगों से पुलिस लगातार अपील कर रही है कि वह घर पर ही रहे और घरों से बाहर नहीं निकले. बावजूद इसके लोग डाक डाउन के दौरान घरों से बाहर निकल रहे है. जिससे कोरोना वायरस के चेन ऑफ ट्रांसमिशन का खतरा पैदा हो गया है. हालांकि इस दौरान पुलिस लगातार सख्त रवैया दिखा रही है किन्तु लोग चकमा देकर बच निकल रहे है. जिसे देखते हुए पुलिस ने अब ड्रोन कैमरे की मदद ली है. उसके अनुसार शहर की तंग गलियों और संवेदनशील क्षेत्र में ड्रोन कैमरे के माध्यम से लोगो पर नजर रखी जायेगी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपालसिंह महोबिया ने बताया कि शहर में लॉक डाउन के दौरान लोगों की बाहर निकलने की जानकारी के बाद यह फैसला लिया गया है कि अब ड्रोन कैमरे की मदद से लोगों की आवाजाही पर नजर रखी जायेगी. इससे पुलिस को पता चल पायेगा कि किस क्षेत्र में क्या चल रहा है. पुलिस के पास पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने से शहर की अधिकांश तंग गलियों में सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन कैमरे से उनकी निगरानी की जायेगी. ड्रोन कैमरे की मदद से यदि किसी स्थान में लोगों का समूह दिखाई देता है तो इसकी सूचना पाईंट को देकर वहां पुलिस बल भिजवाया जायेगा. जिससे लॉक डाउन का कड़ाई से पालन हो सके.