रमेश हरिनखेरे का निधन हम सबके लिए वज्रघात-गौरीशंकर बिसेन

बालाघाट. राजस्व विभाग से सेवानिवृत्तव मृदुभाषी मिलनसार और कर्तव्यनिष्ठ रमेश हरिनखेरे का गतरात्रि देहावसान हो गया. वे लंबे समय से किडनी की बीमारी से ग्रसित थे. जिन्होंने 4 अप्रैल की मध्य रात्रि लगभग एक बजे नागपुर में अपनी अंतिम ली और भरा पूरा परिवार रोते बिलखते छोड़ गए. जिनके गृह ग्राम लालबर्रा क्षेत्र अंतर्गत गोंडेगांव के मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया. जहां आमजन ने मृत आत्मा को अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी. अनेक ग्रामीण जनों, परिजनों, शुभचिंतकों और नाते रिश्तेदारों ने ब्रह्मलीन को कोरोना संक्रमण के प्रतिबंधों का पालन करते हुए अपने घर में ही रहकर देवलोकगामी को श्रद्धांजलि अर्पित की. गौरतलब रहे श्री हरिनखेरे शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बालाघाट में प्राचार्य रहे सुरेश कुमार हरिनखेरे के अनुज और भाजपा नेत्री मौसम नितिन हरिनखेरे चाचा ससुर थे. जहां इनके असामयिक निधन पर नम आंखों से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन कहा कि श्री हरिनखेरे का निधन हम सबके लिए वज्रघात है, जिसकी पूर्ति असंभव है. आपने अपने जीवन काल में अपनी समस्त जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया जो हमारे लिए प्रेरणादायी रहेगी. मेरे समधी होने के नाते मुझे आपने समय-समय पर उचित मार्गदर्शन दिया. आपका यूं चले जाना मेरे लिए व्यक्तिगत और जिले के लिए अपूर्णीय क्षति है. इस दुख की घड़ी में मैं आपके आदरांजली देते हुए परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि आपको अपने श्री चरणों में शांति और परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.


Web Title : RAMESH HARINKHERPASSES AWAY VAJRAPARA GAURISHANKAR BISEN FOR ALL OF US