आगाज संकल्प सभा से प्रशांत भाऊ ने दिखाई ताकत, यह मेरी नहीं कटंगी विधानसभा क्षेत्र की लड़ाई है-प्रशांत भाऊ

बालाघाट. मध्यप्रदेश के चुनावी समर को शुरू होने अब दिन नहीं बल्कि घंटे शेष रह गये है, जहां भाजपा ने जिले की 6 विधानसभा सीटो पर तीन प्रत्याशियो की घोषणा के साथ ही अन्य तीन विधानसभा में प्रत्याशियों को अलर्ट कर दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने भले ही घोषणा नहीं की हो लेकिन लगभग उसके प्रत्याशी भी तय ही दिखाई दे रहे है. टिकिट के संभावित प्रत्याशियो ने अपना जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है. ऐसे में कांग्रेस के राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से प्रभावित होकर कटंगी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र को पांवो से नापने वाले युवा समाजसेवी प्रशांत भाऊ ने भी चुनावी ताल ठोेंक दी है, कटंगी से स्थानीय प्रत्याशी को लेकर भी वह चुनाव मैदान में ताल ठोंकने तैयार है और जैसा मीडिया में उनके बोल-वचन है, उनके अनुसार, वे कांग्रेस की टिकिट घोषणा में यदि कांग्रेस स्थानीय प्रत्याशी को लेकर निर्णय नहीं लेती है और जैसा की संभावित बाहरी प्रत्याशी को मैदान में उतारती है तो वह चुनावी मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर सकते है.

क्षेत्र के विकास और स्थानीय प्रत्याशी को लेकर 05 अक्टूबर को कटंगी मुख्यालय में युवा समाजसेवी प्रशांत भाऊ ने अपनी राजनीतिक ताकत का लोहा मनवाया. हजारों की संख्या में उनके समर्थकों ने रैली निकालकर उनके साथ आगाज संकल्प सभा में हिस्सा लिया.  इस दौरान युवा समाजसेवी प्रशांत भाऊ का पूरा भाषण क्षेत्र के युवा बेरोजगार, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, किसान और आम लोगों के जनकल्याण पर आधारित था. यही नहीं बल्कि पार्टियों में नेता और कार्यकर्ता की दूरी को भी उन्हें अपने भाषण में दूर करने का प्रयास करते हुए यह जता दिया कि हमारे साथ ना तो कोई नेता है और ना ही कोई कार्यकर्ता, सब नेता और सब कार्यकर्ता है. उन्होंने साफ कर दिया कि वह कटंगी के चहुंमुखी विकास के ध्येय को लेकर लड़ाई, लड़ने निकले है. जिसमें जनता की स्वीकृति ही पर ही वह निर्णय लेंगे.  अपने भाषण में बिना नाम लिए कथित कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी बोधसिंह भगत पर हमला बोलते हुए कहा कि जब जिन्होंने अपने संसदीय कार्यकाल में क्षेत्र के विकास के कोई कार्य नहीं किया, वह आज क्षेत्र के विकास की बात करते है, जिस तरह अपने पंचायत के सरपंच चुनने हम दूसरे पंचायत के प्रत्याशी को नहीं चुनते है, उसी प्रकार हमें अपना विधायक भी स्थानीय ही चुनना है. उन्होंने क्षेत्र में पंवार जाति बाहुल्य होने के बावजूद कांग्रेस और भाजपा पर स्थानीय किसी पंवार जाति के जनप्रतिनिधि को प्रत्याशी नहीं बनाये जाने पर कहा कि राजनीति दलो ने स्थानीय लोगों की अवहेलना की है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह हम सब्जी-भाजी को देखने के बाद ही  खरीदते है, उसी प्रकार हमें पांच साल के लिए अपने क्षेत्र के विकास की सोच रखने वालों को चुनना हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विधायक को विधायक निधि देने से फुर्सत नहीं है, आज क्षेत्र में कोई इंडस्ट्रीज नहीं है, जिसके कारण यहां के बेरोजगार और मजदूर नागपुर एवं हैदराबाद जाते है, जबकि लगी वारासिवनी क्षेत्र में तीन इंडस्ट्रीज है. हमारे नेता नहीं चाहते कि इंडस्ट्रीज लगे, क्योंकि फिर उनके घर का गोबर कौन फेंकेगा.  लाडली बहना योजना को लेकर भी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मामा को 18 साल बाद बहनों की याद तब आ रही है, जब उन्हें अपनी कुर्सी खिसकते दिखाई दे रही है, क्योंकि आज सोशल मीडिया और हर हाथो में मोबाईल ने लोगों को जागरूक कर दिया है.  अपने भाषण में युवा समाजसेवी प्रशांत भाऊ ने किसानो पर बोलते हुए कहा कि सरकार, छत्तीसगढ़ की तरह धान का समर्थन मूल्य क्यों नहीं बढ़ा रही है, हमें उम्मीद थी कि बालाघाट पहुंचे शिवराजसिंह, धान बाहुल्य जिले में किसानों की उपज के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की घोषणा करेंगे लेकिन किये नहीं. आज छत्तीसगढ़ की अपेक्षा मध्यप्रदेश में 6 रूपये ज्यादा महंगी बिजली मिल रही है.  

जिले का गोवारी समाज और कोहरी समाज लगातार लंबे समय से अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है लेकिन उन्हें केवल आश्वासन की घूंटी पिलाई जा रही है. उन्होंने विधायक हीना कावरे को लेकर कहा कि जनाक्रोश सभा में वह स्थानीय प्रतिनिधि को आशीर्वाद देती तो अच्छा था. उन्होंने जनता से पूछते हुए कहा कि जनता बताये कि कटंगी-खैरलांजी विधानसभा को क्षेत्र का स्थानीय विधायक होना या बाहरी आयतित विधायक. जिन्हें उधर से भगाये तो इधर आ गये. जिनके कारण ही कटंगी विधानसभा बर्बाद हो रही है. उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र के लालकारने आगे आए है, यह क्षेत्र के अस्तित्व की लड़ाई है और यदि आपने उन्हें परमानेंट कर दिया तो क्षेत्र का विकास अधूरा रह जायेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के बेहतर भविष्य के लिए संकल्प सभा का आयोजन किया गया है. हमारे गांव का राजा हो, यह सम्मान की लड़ाई है और कार्यकर्ताओं के संकल्प के क्षेत्र की लड़ाई लड़ने तैयार है.


Web Title : PRASHANT BHAU SHOWS STRENGTH FROM AAGAM SANKALP SABHA, THIS IS NOT MY FIGHT FOR KATANGI ASSEMBLY CONSTITUENCY: PRASHANT BHAU