सौ, दो सौ रूपये में नहीं भरते सड़को के गढ्ढे-जायसवाल,विघ्नसंतोषी वाट्सअप वीरो ने नगर की छवि खराब करने का किया प्रयास

वारासिवनी. क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने बीते दिवस शहर की सड़कों पर उभर आए बड़े-बड़े गड्डो को भरवाने सोशल मीडिया में चलाई गई मुहिम पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग महज सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहे हैं. इन लोंगो की इस तरह की बचकानी हरकतों से वारासिवनी का नाम जिले औऱ प्रदेश में खराब हो रहा हैं.  

श्री जायसवाल ने कहा कि शहर की सडको पर मात्र 4 स्थानों पर जो गढ्ढे उभर आये है उसे भरने के लिए जैन मोहल्ले में गोलीबारी चौक से मेंहदीवाडा नाके तक 26 लाख के डामरीकरण कार्य कर रहे ठेकेदार को पूर्व में ही निर्देशित किया जा चुका था किन्तु इसी बीच बरसात प्रारंभ हो गई जो लगातार 5 दिनों से जारी है. जिसके कारण सड़क निर्माण एवं गढढे भराई का कार्य रूका है. लेकिन निठल्ले वाटस्एप वीरो को 26 लाख का सडक निर्माण नहीं दिखा, शहर में मात्र 4 गढ्ढे दिखे जो आश्चर्य की बात है. इन वाटस्अप सूरमाओं ने सब कुछ मालूम होते भी अपने को लाइम लाइट में लाने के लिए इस तरह का कुत्सित प्रयास किया हैं जो बेहद ही निंदनीय हैं.

विधायक के आदेश पर नपा भर रही गड्ढे

विधायक जायसवाल ने बताया कि लगातार अनवरत बारिश के कारण नगरपालिका सीएमओ, सब इंजीनियर को डामर के बजाए सीमेन्ट कांक्रीट से गड्ढे भरने आदेशित किया गया था. जो कार्य भी प्रारंभ हो गया हैं और शीघ्र सड़को के गड्ढे भर जायेंगे. उन्होंने बताया कि नेहरू चौक पर गड्ढे का स्थाई निराकरण करने के लिए सड़क को करीब 30 मीटर लंबा गहरा गड्डा खोदकर बेस देकर सड़क का सीमेंटीकरण किया जा रहा हैं. ताकि यहां की समस्या का स्थाई समाधान हो सके.

सौ दो सौ रुपये में नही भरते सड़कों के गड्ढे

विधायक जायसवाल ने कहा कि कुछ कथित विध्नसंतोषी लोंगो द्वारा सड़क के गड्ढे भरने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से मुहिम चलाई थी. उन्हें समझना चाहिए कि सड़क के गड्ढे सौ-दो-सौ रुपये के चंदे से नही भरे जा सकते. उल्टे इन लोंगो की हरकतों की वजह से वारासिवनी का नाम खराब हुआ हैं. उन्होंने कहा कि यदि शहर के हित में वाकई सहयोग करना चाहते थे. तो लाख, पचास हजार रुपये की सहयोग राशि देना था. 100-200 रुपये देकर ये लोग महज सस्ती लोकप्रियता पाना चाहते हैं. ऐसे खाली पीली बैठे संकीर्ण मानसिकता के लोग रात-दिन सोशल मिडिया पर अन्य लोगों को ज्ञान बांटने, मीन मेख निकाल कर छिंटाकसी करने,  मजाक उड़ाने से सार्वजनिक हित में कार्य करने वाले का मनोबल तोड़ने का काम करते है. ऐसे कथित विध्नसंतोषीयों की वजह से शहर का जो नाम खराब हुआ हैं वो अक्षम्य हैं. इन्हें शहर के लोग भूलेंगे नही.


Web Title : ROADS NOT FILLED FOR 100, 200 RUPEES JAISWAL, VIGNANSANTOSHI WHATSAPP VIRO TRIED TO TARNISH THE IMAGE OF THE CITY