गुप्तेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने कांवड लेकर निकले शिवभक्त डाली दमाहे, परंपरा का निर्वहन करना हम सबका धर्म और कर्तव्य-डाली दमाहे

बालाघाट. प्रतिवर्ष श्रावण मास के चौथे सोमवार को बोल बम समिति द्वारा बालाघाट मुख्यालय से धूमधाम से कांवड़ यात्रा निकाली जाती थी, लेकिन इस वर्ष कोविड-19 महामारी के कारण, प्रशासनिक आदेश के तहत कांवड़ यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिसके चलते इस वर्ष सावन सोमवार पर जिले में कहीं भी कोई कांवड़ यात्रा नहीं निकाली गई. सावन के चौथे सोमवार को आज 27 जुलाई को कांवड़ यात्रा की परंपरा का निर्वहन करते हुए मर्यादा और अनुशासन के साथ शिवभक्त डाली दमाहे ने नगर के शंकरघाट से वैनगंगा का पावन जल लेकर कांवड़ में लेकर स्वयं कांवड़यात्रा निकाली और अकेले ही साथियों के सहयोग से डोंगरगांव स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के लिए निकल पड़े. जहां वैनगंगा के पावन जल से गुप्तेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया जायेगा.

सावन के चौथे सोमवार को डोंगरगांव स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में स्थित भगवान शिव का जलाभिषेक करने कांवड़ से जल लेकर निकले शिवभक्त डाली दमाहे ने कहा कि बालाघाट शंकरघाट से वैनगंगा का पावन जल लेकर वह डोंगरगांव स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करने कांवड़ लेकर निकले है. उन्होंने कहा कि 

परंपरा का निर्वहन करना हम सबका धर्म और कर्तव्य है. यह कांवड़ यात्रा पूरी मर्यादा और अनुशासन के साथ निकाली गई है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी कांवड़ियों की ओर से सामूहिक कावड़ लेकर वह अकेले जा रहे है और वह डोंगरगांव स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर कांवड़ियों और जिले की सुख, शांति के लिए प्रार्थना करेंगे. भगवान शिव से कामना करेंगे कि वह वैश्विक महामारी कोविड-19 से आम जनता को निजात दिलायें और जल्द से जल्द यह बीमारी खत्म करें.  

वैनगंगा नदी के किनारे स्थित पावन स्थल शंकरघाट से कांवड़ लेकर निकले शिवभक्त डाली दमाहे को विदा करने समाजसेवी संयोग कोचर, साथी हितेश माहुले, बिट्टु गेडाम, सुनील हेडाऊ, शीतल दमाहे, अनित दमाहे, रवि लिल्हारे, रोहित ब्रम्हें, मुकेश माहुले, विजय कोठारी, रवि बंबुरे सहित अन्य लोग मौजूद थे.


Web Title : SHIVBHAKTA DALI, WHO TOOK THE BRONZE TO CELEBRATE GUPTESHWAR MAHADEV, PERFORM THE TRADITION, ALL OF US HAVE BEEN GIVEN THE DHARMA AND DUTY OF ASTHMA.