फिर मिली व्यापारियों को मोहलत, प्रशासन की व्यापारियों को दो टूक, मानकों का पालन करो नहीं तो कार्यवाही के लिए तैयार रहो

बालाघाट. खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत जिले में चलाये जा रहे अभियान के तहत कलेक्टर दीपक आर्य के मार्गदर्शन में खाद्य पदार्थो के स्थानीय निर्माता, रेस्‍टोरेंट, होटल, मिठाई एवं खाद्य पदार्थो के होल सेल विक्रेताओं और कारखानों पर खाद्य सुरक्षा विभाग एवं नगर पालिका के संयुक्त तत्‍वावधान में छापामार कार्यवाही की जा रही है.

इसी कड़ी में 4 अक्टूबर को बालाघाट के सुभाष चौक में स्थित पल्सेस हाउस में टीम द्वारा निरीक्षण किया गया. संयुक्त टीम द्वारा निरीक्षण में पाया गया कि बेसन के बैग में मैन्यूफैक्चर डेट का न होना पाया गया. जिस कारण पल्सेस हाउस से बेसन के 50 किलो के 30 बैग को सीज कर जप्त किया गया और इस बेसन के सेंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजने की कार्यवाही की गई. इसी तरह सुभाष चौक स्थित बाघरेचा किराना भंडार इंदिरा इंटरप्राइजेज में भी छापामार कार्रवाई की गई. टीम द्वारा बाघरेचा किराना भंडार के गोडाउन में निरीक्षण किया गया तो गोडाउन में बेसन के 70 बैग में मैन्युफैक्चरिंग डेट का ना होना पाया गया. जिसे जप्त कर पंचनामा कार्यवाही की गई है जप्त किये हुये बेसन को व्यापारी की ही अभिरक्षा में रखा गया. इस छापामार कार्यवाही में दो लाख 84 हजार रुपये का बेसन जप्त किया गया था. जिस कार्यवाही के बाद बालाघाट में एकाएक व्यापारियों में प्रशासनिक कार्यवाही को लेकर आक्रोश छा गया और महिला प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूरे जिले में प्रतिष्ठानों को बंद कराने का प्रयास किया और देरशाम बैठक कर आज 5 अक्टूबर को कलेक्टर से मिलकर मामले में चर्चा की सहमति बनी थी.  

जिसके चलते आज 5 अक्टूबर को व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर से चर्चा की. इस दौरान व्यापारियों की ओर से चेंबर ऑफ कामर्स और कांग्रेस व्यापारी प्रकोष्ठ एवं कांग्रेस प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से चर्चा करते हुए व्यापारियों को कार्यवाही से आ रही समस्याओं से अवगत कराया. जिसे समझते हुए पूर्व में दिये गये 15 दिन के बाद पूरी तरह से मानकों का पालन करने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापारियों को और समय दिया गया है, हालांकि इस दौरान प्रशासनिक कार्यवाही को बंद कर देने की व्यापारियों की मंशा पर पानी फिर गया. चूंकि प्रशासन ने साफ कह दिया है कि जिस प्रतिष्ठानों को समय दिया गया था, उनके खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी और शासन के आदेशो का पालन करते हुए सभी खाद्य विक्रेताओं से मानकों का पालन कराया जायेगा, ताकि आम जनता को शुद्ध खाद्य सामग्री मिले और खाद्य केे नाम से बिक रहे जहर पर लगाम लग सके.

आज 5 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर दीपक आर्य से व्यापारियों ने मुलाकात कर अपनी बातो को रखा, जिस पर कलेक्टर दीपक आर्य ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि वह समय ले, किन्तु मानकों का पूरी तरह से पालन करते हुए ही व्यवसाय जारी रखे, अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहे.  

कलेक्टर दीपक आर्य ने साफ कर दिया है, अखाद्य और खाद्य मानकों को लेकर कार्यवाही की जा रही है, जो रही रहेगी. व्यापारियों को समय दिया जायेगा लेकिन यदि वह समय सीमा में भी मानकों का पालन नहीं करते है और उनके यहां अखाद्य सामग्री मिलती है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी. उन्होंने कहा कि व्यापारी समाज का अंग है लेकिन जनता के प्रति शासन और प्रशासन की जिम्मेदारी है लेकिन व्यापारियों को गुणवत्ता का निर्धारण करना पड़ेगा.  

Web Title : THEN THE TRADERS FOUND TO BE MOUSING, THE ADMINISTRATIONS TRADERS, FOLLOW THE STANDARDS, OTHERWISE BE PREPARED FOR ACTION.