मंत्री जीतु पटवारी सार्वजनिक रूप से पटवारियों से मांगे माफी, पटवारियों ने मंत्री जी के बयान पर जताया तीखा आक्रोश, कल से दी कामबंद आंदोलन की चेतावनी

बालाघाट. मध्यप्रदेश मंे पटवारियो को लेकर बड़बोलेपन का प्रदेश में केबिनेट मंत्री जीतु पटवारी का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी तत्कालीन सरकार में पटवारियों को लेकर तत्कालीन केबिनेट मंत्री द्वारा बयान दिया था, जिसके सार्वजनिक होने के बाद पटवारियों ने इसका विरोध जाहिर किया था और सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था. प्रदेश की कमलनाथ सरकार के युवा मंत्री जीतु पटवारी द्वारा विगत दिनों दिया गया कथित बयान पटवारी शतप्रतिशत रिश्वत लेते है के बयान के बाद प्रदेश में पटवारियों ने उनका खुला विरोध करना शुरू कर दिया है. बालाघाट में गिरधारी भगत के नेतृत्व में जिले भर के पटवारियों ने आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में खेल एवं युवक कल्याण, उच्च शिक्षा मंत्री जीतु पटवारी द्वारा सभी पटवारियों के संदर्भ में दिये गये बयान सौ फीसदी रिश्वत लेता के बयान के खिलाफ आज जिला मुख्यालय मंे प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन में मंत्री जीतु पटवारियों से सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने पर पटवारियों ने चेतावनी दी है कि वह 3 अक्टूबर से बस्ता जमा कर कामबंद हड़ताल पर चले जायेंगे.

गौरतलब हो कि 28 सितंबर को इंदौर की राउ तहसील के ग्राम रंगवासा में आयोजित आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम मंे मंत्री जीतु पटवारी कहा था कि पटवारी सौ फीसदी रिश्वत लेते है, जिस बयान को लेकर पटवारियो ने मोर्चा खोलते हुए उन्हें ही चेतावनी दी है कि या तो वह पटवारी को भ्रष्ट साबित करें अन्यथा वह खुला वाद, विवाद की चुनौती के लिए तैयार रहे. उन्होंने कमलनाथ सरकार से अपेक्षा की है कि प्रदेश में एक अच्छी सरकार होने का दावा करने के बाद सत्ता में आई सरकार के जिम्मेदार मंत्री यदि इस तरह से बयान देते है तो प्रदेश के पटवारियों को लेकर जनता में क्या संदेश जायेगा. जिसके लिए ऐसे मंत्री को मंत्रीमंडल से बर्खास्त किया जायें.  

मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिलाध्यक्ष गिरधारी भगत ने कहा कि मंत्री जी के बयान से पटवारियों को मानसिक आघात पहुंचा है. एक जिम्मेदार पद पर आसीन एक मंत्री द्वारा सार्वजनिक मंच से इस प्रकार के बयान से निश्चित रूप से पूरे प्रदेश का पटवारी स्वयं को अपमानित महसुस कर रहा है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रो में पटवारी, शासन की रीढ़ की हड्डी की तरह सभी विभागों के कार्यो में सहयोग एवं शासन, प्रशासन के सभी आदेशो के पालन में पूरे 24 घंटे कार्य करता है. सभी कार्य करने वाले पटवारी के संदर्भ में प्रायः यह देखने में आता है कि जिन कार्यो के लिए पटवारी जिम्मेदार नहीं होता, उन कार्यो के लिए भी दोषी मानकर दंडित या इस प्रकार से सार्वजनिक रूप से अपमानित एवं प्रताड़ित किया जाता है, जिससे शासकीय कार्य करने में पटवारियों का मनोबल गिरा है. जिससे सभी पटवारी मंत्री के बयान की घोर निंदा करते हुए तीन दिवस में सार्वजनिक रूप से माफी मांगे, अन्यथा वह 3 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.

तहसील कार्यालय से निकाली रैली

ज्ञापन सौंपने से पूर्व सभी पटवारी तहसील कार्यालय मंे एकत्रित हुए, जहां से रैली के माध्यम से मंत्री जीतु पटवारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी पटवारी कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उनकी संख्या को देखते हुए उन्हें कलेक्टर गेट पर ही रोक दिया गया. जहां कलेक्टर के ज्ञापन लेने नहीं आने पर प्रदर्शनाकारी पटवारी वहीं धरने पर बैठ गये. कुछ देर बाद जब अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम पहुंचे और उन्होंने कलेक्टर दीपक आर्य के कार्यालय में नहीं होने की जानकारी दी, तब कहीं जाकर प्रदर्शनकारी पटवारियों ने प्रशासन को ज्ञापन दिया.  

कलेक्टर जिंदाबाद के लगे नारे

जहां एक ओर पटवारी मंत्री जीतु पटवारी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, वहीं प्रदर्शनकारी पटवारियांे ने कलेक्टर जिंदाबाद के भी नारे लगाये. पटवारी जब ज्ञापन सौंप रहे थे, इस दौरान ही कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत के साथ एक गाड़ी में आते नजर आये. जिसके बाद पटवारियों ने कलेक्टर को वहीं रोक लिया. कलेक्टर दीपक आर्य भी पटवारियों को देखकर गाड़ी से नीचे उतरे और उनसे चर्चा की. इस दौरान मंत्री जीतु पटवारी के खिलाफ ज्ञापन देने पहुंचे पटवारियों को देखकर उन्होंने मंत्री जी की सरनेम ली तो पटवारी भी हंसने लगे. यहां प्रदर्शनकारी पटवारियों को स्थानीय मांगो को लेकर त्वरित कार्यवाही किये जाने का भरोसा दिलाया.


Web Title : MINISTER ZETU PATWARI PUBLICLY APOLOGISES TO PATWARIS, PATWARIS EXPRESS STRONG OUTRAGE OVER MINISTERS STATEMENT, WARNING OF BANDH MOVEMENT SINCE YESTERDAY