बालाघाट. जिस तरह से ऑनलाईन लेन-देने बढ़ रहा है, उसी तरह से सायबर अपराध भी बढ़ रहे है. जिले में सायबर ठगी के बढ़ते मामले के बीच ताजा मामला, वरिष्ठ चिकित्सक अविनाश शुक्ला से जुड़ा है, जिनसे पुलिसकर्मी बताकर, ठगी करने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी अधिवक्ता पत्नी साधना शुक्ला की सजगता से वह बच गए. वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अविनाश शुक्ला की मानें तो दो दिन पहले उन्हें दिल्ली से ट्राई के टेलीफोन कंजूमर कंपलेन डिपार्टमेंट से किसीस सारिका शर्मा का फोन आया था. जिसमें उसने कहा कि उन्हें आलमबाग पुलिस स्टेशन लखनऊ से शिकायत मिली है कि आपके नंबर से लोगों से पैसा मांगकर फ्राड किया जा रहा है, वह तत्काल पुलिस से संपर्क करें. यही नहीं बल्कि उन्होंने एक कथित एसआई सुनील मिश्रा से बात भी कराई. इसी बीच पुलिसकर्मी बताकर बात कर रहे सुनील मिश्रा ने अपने फोन से फोन लगाने की बात कहकर फोन को काटकर अज्ञात नंबर से कॉल किया. जिसमंे उन्होंने बताया कि कोई आपके मोबाईल नंबर से पैसे मांग रहा है. उन्होंने कहा कि वह उन्हंे व्हाट्सअप कॉल करें और अपना आधार नंबर भेज दे. तब तक उनकी पत्नी अधि. साधना शुक्ला, घर पहंुची और उन्होंने यह संवाद सुनकर मुझे, इस तरह से होने वाले फ्राड की जानकारी दी. जिसके बाद दूसरी ओर से फोन कट गया. जिसकी शिकायत 07 मई को अधिवक्ता पत्नी के साथ पहुंचकर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अविनाश शुक्ला ने सायबर नोडल थाना में दर्ज कराई है.
पत्नी साधना शुक्ला की मानें तो जब वह घर पहुंची तो देखा कि पति डॉ. अविनाश शुक्ला किसी से बात कर रहे है, जो दूसरी ओर से इनका आधार नंबर मांग रहा था. जिसे मैने बीच में रोककर कॉल का काटने की बात कहते हुए बताया कि ऐसे तरीके से फ्राड हो रहे है. जिसकी जब हम शिकायत करने पहुंचे तो पहले तो सायबर नोडल थाना में बैठे लोगों ने हमारी नहीं सुनी, जब मैने बताया कि मैं अधिवक्ता हुॅं, तो फिर वह नोटरी से सत्यापित शिकायत लाने की बात कहने लगे. जिसके बाद हमने नोटराईज्ड कर शिकायत सौंपी है. उन्होंने सायबर नोडल थाना की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि शिकायत पर तत्परता से कार्यवाही नहीं होती है. जिसके कारण शिकायतकर्ता को परेशान होना पड़ता है, उन्होंने बताया कि जब वह शिकायत दर्ज कराने पहुंची तो वहां एक शिकायतकर्ता, बता रहा था कि किस तरह से उसके बहन के अश्लील डाले जा रहे है. जिस पर वहां के व्यक्ति कह रहे थे कि ऐसी तो रोज दस शिकायत आती है, हमारा मानना है कि आपको लोगो की शिकायत करने बैठाया गया है, तो आप शिकायत सुने और कार्यवाही करें. उन्होंने आम लोगों से ऑनलाईन फ्राड से सावधान रहने और किसी भी अनजान के साथ ओटीपी या आधार कार्ड शेयर नहीं करने की बात कही.