यह सत्ता का नहीं सच्चाई का चुनाव है-कमलनाथ,वारासिवनी और लालबर्रा में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए मांगा समर्थन,भाषण में फिर सुनाई दिया कुर्ता

बालाघाट. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जिले में कांग्रेस और भाजपा के स्टार प्रचारकों ने अपने प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगा. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने वारासिवनी और बालाघाट विधानसभा के खैरलांजी में जनसभा को संबोधित करते हुए जनता से वारासिवनी के कांग्रेस प्रत्याशी विवेक विक्की पटेल और बालाघाट विधानसभा प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे के लिए जनता से वोटों का आशीर्वाद मांगा. इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रत्याशी संजय उइके, हीना कावरे, बोधसिंह भगत और मधु भगत उपस्थित थे.  पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाषण का पूरा फोकस युवा, किसान और महिलाओं पर रहा. जबकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर उन्होंने कई जुबानी हमले किए.  

कमलनाथ ने कहा कि यह चुनाव मध्यप्रदेश की तस्वीर का चुनाव है. 17 नवंबर को मतदाता प्रदेश और विधानसभा के भविष्य की बटन दबाएंगे. यह चुनाव उम्मीदवार या पार्टी का नहीं, यह चुनाव बालाघाट जिले और प्रदेश का भविष्य तय करेगा. उन्होंने कहा कि वह लगातार 40 सालों से चुनाव लड़ते आ रहे है और जीत भी रहे है. आज मध्यप्रदेश का नौजवान सामने खड़ा है, जो प्रदेश के भविष्य का निर्माण करेगा, लेकिन कैसे करेगा, भाजपा ने नौजवानों का भविष्य अंधकारमय कर दिया हैं. प्रदेश का एक करोड़ नौजवान, आज बेरोजगार है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, रोज झूठ बोलते है कि एक लाख नौजवानों को रोजगार मिलेगा. हम कहते है कि शासकीय विभागों के रिक्त और बैकलॉग पदो को ही भर दीजिए. मुख्यमंत्री को नौजवान का चेहरा नहीं दिखता है, प्रदेश का नौजवान ठेका और कमीशन नहीं वह व्यवसाय और काम चाहता है.  

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं है. मध्यप्रदेश, सबसे भ्रष्ट प्रदेश बन गया है. प्रदेश में भ्रष्टाचार की शुरूआत गांव से होती है. पैसा दो और काम लो, पैसे के दम पर 50 एकड़ वाला भी गरीबी रेखा सूची में आ जाता है. प्रदेश मंे स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट है, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है, स्कूलो में शिक्षक नहीं है. बिजली का खंबा है तो तार नहीं है और तार है तो करेंट नहीं है. मुख्यमंत्री स्वयं को किसानों का रहनुमा बताते है लेकिन प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहा है, यह वह नहीं देखते है. उन्हें किसानो के खाद की पुकार सुनाई नहीं दे रही है. शिवराजजी मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर है. प्रदेश में यदि विकास हुआ है तो वह भ्रष्टाचार और कमीशन का विकास हुआ है. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, जिस दिन झूठ नहीं बोलते है, उस दिन उनका खाना हजम नहीं होता है.  

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमने 15 महिने की सरकार में ढाई महिने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता के बाद शेष 11 महिने में अपनी नियत और नीति का परिचय दिया. प्रदेश के 27 लाख और जिले के 85 हजार किसानों का कर्जा माफ किया और हमारी सरकार बनते ही हम शेष किसानों का कर्जा माफ कर किसानों के हाथो को मजबूत करेंगे.  

11 महिने में हमने कौन सा पाप किया, 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली दी, एक हजार गौशाला बनाई, पेंशन में बढ़ोत्तरी की. जिसके कारण हमारी सरकार भाजपा ने गिरा दी. अब 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट बिजली हाफ होगी, बीमा के लिए हम एक लाख एक हजार रूपए देंगे.  

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मतदाताओं से वोटों का आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि 17 नवंबर को जब आप सच्चाई का बटन दबाएंगे तो नौजवानों का भविष्य सुरक्षित होगा, माता-बहनो के चेहरे पर मुस्कुराहट आएगी. उन्होंने कहा कि जिस दिन में विधानसभाओं से कांग्रेस प्रत्याशी जीतकर जाएंगे, उस दिन से विधानसभा का नया इतिहास बनेगा. जब विधानसभा शुरू होगी तो विधानसभा का झंडा सबसे ऊपर होगा.  

फिर निकला कुर्ता का जिक्र

प्रदेश की राजनीति में कुर्ता खासा चर्चा में है. जहां विधानसभा की टिकिट को लेकर कांग्रेसियों के बवाल पर कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा था कि वह दिग्विजयसिह का कुर्ता फाड़े तो जवाब में दिग्विजयसिंह ने भी कमलनाथ को लेकर बयान दिया है. जिसको लेकर भाजपा भी हमलावर हो गई थी. वारासिवनी में कांग्रेस की सभा के दौरान अंतिम में जब कांग्रेस अध्यक्ष संजय उईके ने गोवारी समाज को लेकर जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि सब समस्या का हल कमलनाथ है और यदि कोई समस्या आए तो मेरा कुर्ता पकड़कर अपना काम करवा लेना.  


Web Title : THIS IS NOT AN ELECTION OF POWER, IT IS AN ELECTION OF TRUTH: KAMAL NATH SEEKS SUPPORT FOR CONGRESS CANDIDATES IN WARASIVANI AND LALBARRA