कटंगी-तिरोड़ी ट्रेन की टक्कर से दो मादा चीतल की मौत, वनविभाग ने मृतक चीतलों का किया अंतिम संस्कार

बालाघाट. जिले में वन्यप्राणियांे की बाहुलता ही उनकी जान की दुश्मन बन गई है. कभी शिकारियों तो कभी वन्यप्राणी, हादसो का शिकार हो रहे है. इसी कड़ी में आज प्रातः लगभग 6 से 6. 30 बजे के दरमियानी कटंगी से गोंदिया की ओर आ रही ट्रेन की चपेट में आने से दो मादा चीतल की मौत हो गई. घटना दक्षिण सामान्य वनमंडल के बालाघाट परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 88 के बजरंग घाट से शंकरघाट के बीच से होकर गुजरने वाली रेलवे लाईन की है.  बालाघाट वनपरिक्षेत्र में चीतल और अन्य वन्यप्राणी मौजूद है. जिन्हें अक्सर विचरण करते हुए, वनक्षेत्र में प्रातः और सायंकाल भ्रमण करने वालों ने देखा है. संभवतः परिक्षेत्र के जंगल में लगभग तीन और ढाई साल के दो मादा चीतल, वनक्षेत्र में विचरण कर रहे होगे, इस दौरान रेलवे लाईन क्रास करते समय तेज रफ्तार में आ रही ट्रेन की चपेट में आ गए.  

ट्रेन से दो वन्यजीव चीतल की मौत पर वन्यजीव प्रेमियों ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि वनो में निवासरत वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए तैनात वन अमले को वन्यजीवो की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति ना हो. इसके साथ ही वन्यजीवांे ने भी रेलवे प्रबंधन से मांग की है कि बुढ़ी रेलवे क्रार्सिंग से वैनगंगा पुल तक यदि ट्रेन की रफ्तार धीमी हो तो वन्यजीवों को ऐसे हादसे से बचाया जा सकता है.  इस मामले में परिक्षेत्र अधिकारी धर्मेन्द्र बिसेन ने बताया कि बजरंग घाट और शंकरघाट के बीच रेलवे लाईन में ट्रेन की चपेट में आने से प्रातःकाल, दो मादा चीतल की मौत हो गई. इस घटना में मृतक दोनो ही मादा चीतलों का शव परीक्षण कराकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया है.  


Web Title : TWO FEMALE CHITALS KILLED IN COLLISION WITH KATANGI TIRODI TRAIN, FOREST DEPARTMENT CREMATED THE DECEASED CHEETALS