वोकल फार लोकल: हाथकरघा साड़ियों एवं दुपट्टों में की जा रही गोंडी पेंटिंग की कारीगरी

बालाघाट. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फार लोकल के आव्हान पर बालाघाट जिले के बुनकरों द्वारा अभिनव प्रयास करते हुए हाथकरघा की साड़ियों एवं दुपट्टों पर गोंडी पेंटिंग की कारीगरी की जा रही है. हाथकरघा साड़ियो, दुपट्टों एवं स्टोल पर की जा रही इस कारीगरी को बहुत पसंद किया जा रहा है.

सहायक संचालक हाथकरघा विनायक मार्को ने इस संबंध में बताया कि “वोकल फार लोकल” को बढ़ावा देने के लिए बालाघाट, मंडला एवं डिंडोरी जिले में निवास करने वाली गोंड जनजाति की पारंपरिक पेंटिंग को हाथकरघा वस्त्रों पर बनाने का कार्य बालाघाट जिले के बुनकरों द्वारा किया जा रहा है. जिले के बुनकरों द्वारा हाथकरघा पर बनाई जा रही सिल्क साड़ियों, सिल्क दुपट्टों तथा स्टोल में गोंडी पेंटिंग को आकर्षक ढंग से उकेरा (प्रदर्शित) जा रहा है. हाथकरघा पर तैयार किये गये इन वस्त्रों को गोंडी पेंटिंग और भी मनभावन एवं आकर्षक बना रही है. अब उपभोक्ताओं को गोंडी पेंटिंग वाली टसर मलबरी, बाफ्ता साड़ियां, दुपट्टे और स्टोल उपलब्ध होने लगेंगें. “वोकल फार लोकल” के इस अभिनव प्रयास से जिले के बुनकरों को अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी और इससे उन्हें रोजगार के साथ ही अच्छी खासी आय भी होगी.


Web Title : VOCAL FOR LOCAL: WORKMANSHIP OF GONDI PAINTING IN HANDLOOM SAREES AND DUPATTAS