श्रावणी मेला, 2023 के दशम् दिन गुरुवार प्रातः 4 बजे बाबा वैद्यनाथ मंदिर का पट खुला. प्रात:कालीन कांचा जल व उसके बाद सरकारी पूजा संपन्न होने के बाद विधिवत जलार्पण शुरू हो गया. अरघा के माध्यम से श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ पर जलाभिषेक कर मंगलकामना की. कांवरियों सहित श्रद्धालुओं की कतार तड़के सुबह क्यू कॉम्प्लेक्स होते हुए जलसार पार्क तक पहुंच गयी थी. शिवभक्तों के बोल-बम महामंत्र की गूंज से कांवरिया पथ, रूट लाईन से लेकर बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण गुंजायमान होता रहा. सभी कांवरिया व श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा का जयघोष करते हुए निरंतर जलार्पण के लिए आगे बढ़ते रहे. उधर प्रशासनिक स्तर पर श्रावणी मेले को लेकर रूट लाईन के हर प्वाइंट पर श्रद्धालुओं व कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के दावे किये जा रहे हैं. जलार्पण के लिए कतारबद्ध कांवरियों को क्यू कॉम्प्लेक्स से मानसिंघी फुट ओवर ब्रिज होते हुए बाबा मंदिर प्रांगण स्थित संस्कार मंडप और वहां से बाबा मंदिर के मंझला खंड में लगे अरघा के माध्यम से गर्भ गृह में बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण कराया जा रहा है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बाबा मंदिर प्रांगण में भी बाह्य अरघा लगाया गया है. उसके माध्यम से भी श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं. बाह्य अरघा के निकट एलईडी स्क्रीन के माध्यम से श्रद्धालु अपना जल बाबा वैद्यनाथ पर अर्पित होता देख पा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर भीड़ को लेकर उठ रहे सवालों के बीच प्रशासनिक स्तर पर कांवरियों व श्रद्धालुओं का आंकड़ा उपलब्ध कराना ही बंद कर दिया गया है.