चिरकुंडा के कोरोना संक्रमित बच्चे ने खेला था अन्य के साथ क्रिकेट, गोविंदपुर के महिला की होम क्वोरेटाइन के आखरी दिन आयी रिपोर्ट

चिरकुंडा:- चिरकुंडा थाना क्षेत्र के डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत के चांच मे 12 वर्षीय बालक का कोरोना पोजेटिव पाए जाने के बाद क्षेत्र मे हड़कंप सा मच गया है. इधर धनबाद से आयी मेडिकल टीम ने पहुंचकर कोरोना पासिटिव बालक के साथ साथ परिवार के सभी आठ सदस्यों को अपने साथ पीएमसीएच ले गयी है.

 टीम ने संदिग्ध बच्चा, उसके चाचा, चाची, एक अन्य बच्चा, दादी सहित कुल नौ लोगों को अपने साथ ले गयी है. संदिग्ध के दादा जी घर से भाग गए है. परिवार के दस सदस्यों में से छह सदस्य एक साथ आए थे. जबकि अन्य चार सदस्य पहले आए थे.

बताया जाता है कि बच्चा बलरामपुर पुरुलिया (बंगाल) स्थित बूआ के घर में रह रहा था. सात मई को बंगाल सरकार ने बस से रांची भेज दिया. वहां तीन दिनों तक रहा. इस दौरान जांच की गई. 10 मई को परिवार के साथ धनबाद आ गया. जहां पीएमसीएच मे टेस्ट के लिए स्वाब लिया गया. 12 मई को बीएसके कॉलेज में कोरंटाइन के रुप में रखा गया. 16 मई को बीएसके कॉलेज से चांच कोलियरी होम कोरंटाइन में रखा गया.   

इधर स्थानीय लोगों ने बताया की उक्त बालक 16 मई को किसी की मदद से बिना क्वारन्टाइन अवधि पूरा कर अपने घर पहुंच गया. उन्होने बताया कि संदिग्ध बालक दूध लेने गया था साथ ही ग्राउंड मे कई बच्चो के साथ खेलकूद भी किया था.

वहीं डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत के मुखिया अजय पासवान अपने ही जवाब मे फंसते नजर आए. जब मुखिया से ये सवाल पूछा गया कि संदिग्ध बचचे एवं उसके परिवार को बिना क्वारन्टाइन अवधि पूरा किए कैसे लाया गया तो मुखिया जी कहते है कि बचचे के परिवार की एक महिला कि तबीयत खराब थी और वहां क्वारन्टाइन सेंटर मे किसी तरह कि कोई सुविधा नही होने के कारण उन सभी को पंचायत भवन ले आया गया जहां क्वारन्टाइन अवधि पूरा कर उसे घर भेजा गया. जब मुखिया से पूछा गया कि पंचायत भवन को क्वारन्टाइन सेंटर कब बनाया गया तो श्री पासवान ने बताया कि 25 तारीख को बनाया गया है फिर आखिर सवाल ये उठता है कि कैसे उक्त युवक एवं परिवार के सभी सदस्यों को 15 तारीख को पंचायत भवन ले आया गया. मुखिया अजय पासवान तो सरकारी व्ययस्था पर ही सवाल उठा दीया कि क्वारन्टाइन सेंटर मे किसी तरह कि सुविधा नही है. पूरा मामला जांच का विषय है कि आखिर किसकी मिलीभगत से ये पूरा खेल खेला गया.  

वंही गोविंदपुर में कोरोना पॉजिटिव निकली युवती साबलपुर रोड गोसाईडीह की निवासी है. स्नातक करने के बाद वह दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करती थी. 12 दिनों पूर्व वह दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस से आई थी. तबीयत खराब होने के कारण वह अपने घर के ठीक सामने के एक प्राइवेट स्कूल में अकेली रहती थी.

उक्त स्कूल भी युवती के पिता का ही है. घर के लोग बाहर से ही भोजन देते थे. संदेह होने पर 10 दिनों पूर्व ही प्राइवेट क्लीनिक में उसकी जोड़ा फाटक रोड धनबाद में कोरोना जांच कराई गई थी. आज उसका एकांतवास में 13 दिन हो गया था. कल नहा धोकर घर ले जाने की योजना थी. इस बीच उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. धनबाद की मेडिकल टीम शाम में उसे कोविड-19 अस्पताल धनबाद ले गई और दाखिल कराने के बाद उसका इलाज शुरू हो गया.