भौरा आगजनी घटना मामले में निष्पक्ष जांच की मांग

धनबाद : पिछले दिनों भौरा में घटी आगजनी की घटना मामले में बुधवार को भौरा के ग्रामीण अधिवक्तता जयदेव कुमार की अगुवाई में एसएसपी से मुलाकात की. एसएसपी को आवेदन सौपकर एलबी सिंह तथा पुलिस की तरफ से दर्ज एफआईआर में जिन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया है उन सभी को निर्दोष ठहराते हुए पुरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग उठाई.  

एसएसपी से मुलाकात के बाद जयदेव कुमार भौरावासियो को साथ लेकर गांधी सेवा सदन पहुँचे. यहाँ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयदेव ने बताया कि एलबी सिंह की तरफ से आउट सौर्सिंग कंपनी के इंचार्ज बदल सिंह के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन पर जोड़ापोखर थाने की पुलिस ने 29 अप्रैल को 32 लोगो पर एफआईआर दर्ज किया.  

30 अप्रैल को जोड़ापोखर पुलिस के द्वारा भी 45 लोगो को नामजद अभियुक्त बना दिया गया. दोनों ही एफआईआर में सभी 31 नाम समान है. शेष14 नये नाम जोड़ दिए गए. दोनों ही एफआईआर में निर्दोषों का नाम डाला गया है. एक सोची समझी साजिश के तहत निर्दोषों के ऊपर झूठा एफआईआर दर्ज किया गया है.  

जिनके नाम एफआईआर में दर्ज है उनका घटना से दूर-दूर तक लेना देना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया है कि भौरा निवासी आरसीएमएस नेता कालीचरण यादव के इशारे पर ही दोनों एफआईआर हुए है. एफआईआर में जिनका नाम डाला गया है वह सभी उनके विरोधी है. उन्होंने उनके इस साजिश की वजह भी बताई. कहा भौरावासी लगातार क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने हेतु नियमित रूप से पानी छिड़काव की मांग उठाते रहे. कंपनी ने कभी इसपर गम्भीरता नहीं दिखाई.