बेदाग और निर्विवाद रहा डॉ डी कुमार का सेवाकाल: कुलपति

धनबाद: डॉ देवेन्द्र कुमार का चार दशक का सेवा-काल बेदाग और निर्विवाद रहा. 2007 से मेरा जुड़ाव देवेंद्र कुमार के साथ रहा. वे न केवल अच्छे शिक्षक रहे बल्कि एक शानदार इंसान भी. 65 वर्ष की उम्र में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इतने फिट हैं, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वे शतायु होंगे. उपर्युक्त बातें बीबीएमकेयू के वीसी प्रो. (डॉ. ) अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. डी कुमार की सेवानिवृत्ति के अवसर पर एकेडमिक ब्लॉक-II में इतिहास विभाग की ओर से शुक्रवार को आयोजित किया गया था. वे शुक्रवार को ही रिटायर हुए. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई. संचालन रिसर्च स्कॉलर प्रशांत झा और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. रेमंड केरकेट्टा ने किया.  

स्वागत भाषण देते हुए नवनियुक्त एचओडी कौशल कुमार ने कहा कि डॉ. डी कुमार के चार दशक पुराने सेवाकाल में सर ने जो मानक तय किए, वो विरले है. विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के सीसीडीसी, इतिहास विभागाध्यक्ष, सिंदरी कॉलेज के प्राचार्य, लॉ कॉलेज के डायरेक्टर एवं बीबीएमकेयू के एचओडी के रूप में उन्होंने एक शानदार सफर तय किया. प्रति कुलपति डॉ. एके महतो ने डॉ. डी कुमार को एक जानदार व्यक्तित्व का मालिक बताया. वहीं, रजिस्ट्रार कर्नल (डॉ. ) एमके सिंह ने उन्हें कर्तव्य के प्रति समर्पित और लक्ष्य के प्रति दृढ इंसान बताया. सोशल साइंस की डीन डॉ. देवयानी विश्वास ने अपने उद्बोधन में उन्हें सहज, सरल एवं सहृदयी व्यक्ति बताया. डॉ. केके शर्मा, आरएस मोर कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. जीसी झा, बीबीएमकेयू के रजिस्ट्रार एवं डीन रहे डॉ एसकेएल दास ने देवेंद्र कुमार के कई अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला.  

समारोह को डॉ एसबी ढाल, डॉ अरविन्द कुमार, डॉ उमेश कुमार, डॉ हिमांशु शेखर चौधरी ने भी संबोधित किया. इस मौके पर डॉ. डी कुमार को यूनिवर्सिटी की ओर से शॉल, पुष्पगुच्छ देकर वीसी ने एवं ट्रेवल बैग देकर प्रोवीसी ने सम्मानित किया. इतिहास विभाग की ओर से डॉ. कौशल कुमार, डॉ. उमेश कुमार और रेमंड केरकेट्टा ने शॉल देकर सम्मानित किया. वहीं, प्रबंधनशास्त्र विभाग एवं इतिहास विभाग के विद्यार्थियों तथा पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज के सुजीत प्रसाद, डॉ डीके पाठक व नूर-उस-सबा ने भी उपहार देकर सम्मानित किया.  

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के ओएसडी (वित्त) डॉ अजीत कुमार, अर्थशास्त्र एचओडी डॉ रंजना श्रीवास्तव, मैनेजमेंट एचओडी डॉ पुष्पा कुमारी, सीसीडीसी डॉ. डी के गिरी, जीतेन्द्र कुमार, महेश दुबे एवं कई विद्यार्थीगण मौजूद थे.