कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति सरकार से नही मिलने से क्षुब्ध कोचिंग संचालक ठेला पर बेचेंगे सब्जी, धनबाद जिला कोचिंग एसोसिएशन का निर्णय

धनबाद. झारखण्ड सरकार से अबतक कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति नही मिलने से क्षुब्ध जिले के कोचिंग संचालक अपनी जीविका चलाने के लिए ठेले पर सब्जी बेचेंगे. धनबाद जिला कोचिंग एसोसिएशन ने यह निर्णय किया है.

सोमवार को विधा मंदिर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 11 बजे दिन से सब्जी बेचने काम रणधीर वर्मा चौक से शुरू करेंगे.

विधा मंदिर कोचिंग सेंटर के संचालक मनोज सिंह ने कहा सरकार से बार बार आग्रह करने के बावजूद अभीतक हमे कोंचिंग खोलने की अनुमति नही दी गई. ऐसे में कोचिंग संचालको के समक्ष बेरोजगारी का आलम है. हमे आजीविका चलाने के लिए सब्जी बेचने के लिए बाध्य होना पड़ा है.

लंबे लॉकडाउन के कारण धनबाद जिला के लगभग 5000 से अधिक प्राइवेट शिक्षकों एवं कोचिंग संचालकों  की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है. मकान का किराया  लगातार बढ़ते जा रहा है. हमे ईएमआई का भी भुगतान करना है.

पूर्व में हम लोगों ने डीसी, डीईओ, एसडीएम, शिक्षा मंत्री सहित राज्य के मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया लेकिन अभी तक केवल आश्वासन ही मिले हैं. धरातल पर कोई ठोस काम हम लोगों के लिए नहीं हुआ है. हमें हमारे कोचिंग सेंटर को खोलने की इजाजत दी गई न हीं सरकार के द्वारा कोई विशेष कदम ही उठाया गया है. दिया गया है. हमें भी स्कूलों के साथ ही लॉक डाउन में छूट से वंचित रखा जा रहा है.  

जब शराब की दुकानें खुल सकती हैं. कपड़े, जूते की दुकानें खुल सकती हैं, मॉल खुल सकता है, इलेक्ट्रॉनिक दुकानें खुल सकती हैं, हाट बाजार खुल सकते हैं, कोर्ट खुल सकता है तो फिर कोचिंग सेंटर खोलने की इजाजत क्यो नही दी जा रही. अब जीवन को आगे बढ़ाने के लिए हम लोगों के पास कोई विकल्प बचा ही नहीं है. सब्जी बेचकर अपना गुजर बसर करेंगे.  

प्रेस कॉन्फ्रेंस में धनबाद जिला कोचिंग एसोसिएशन के मनोज कुमार, विकास तिवारी, रविंद्र विश्वकर्मा, रंजीत कुमार, सचिन कुमार  और मुकेश कुमार ने प्रतिनिधित्व किया.