सिंदरी पुलिस अब तक नही सुलझा सकी अपने एसपीओ हत्या मामले की गुत्थी, अब भी रहस्य बरकरार

सिंदरी : सिंदरी थाना की एसपीओ रजनी मिश्रा की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर की गुत्थियों  एक माह बीत जाने के बाद भी अबूझ पहेली बनी हुुुई       हालांकि रजनी मिश्रा के पिता कुशेश्वर प्रसाद ने सिंदरी  थाना मे  मामला  दर्ज  कराने के बाद  हत्या  के आरोपियों  मे तथाकथित प्रेमी दुकानदार  रोहित  मंडल को  जेल भेज दिया गया  लेकिन  घटना के एक माह बीतने  के बाद भी  पति  अजीत  मिश्रा, दो  देवर और सहयोगि आज भी  पुलिस  गिरफ्त से बाहर है,जो सिंदरी मैं चर्चा  का विषय बन गया है.
सिंदरी  थाना  की एस पी ओ रजनी मिश्रा  की मौत  की गुत्थियों सुलझाने में  पुलिस  अधिकारी, पदाधिकारी  सुस्त है. रजनी मिश्रा मौत को गले लगाने के  पहले रिकॉर्डिंग  बयान में कहा कि  हमें  मार दिया गया  है  इसमें  अपने  पति,दो देवर सहित  रोहित मंडल  का नाम  लिया गया  है. रजनी  मिश्रा मौत  के पहले आसनसोल अस्पताल में खुब चिल्लाई है. सिंदरी की एक पुलिस  ने भी  उसका रिकॉर्डिंग  बनाया  है जिसमें  पति और देवर का नाम  ली है.

विदित है कि 13  अप्रैल को रात्रि 11बजे अपने  आवास रोडाबाँध आवास मे बुरी  तरह  जल गई थी इसके  बाद  भाजपा  नेता प्रमुख  सिंह और रोहित मंडल  ने जे पी हास्पीटल (हिरक रोड )  में  भर्ती  कराया उसके बाद  आसनसोल  के सरकारी  अस्पताल में  भर्ती  कराया  गया, जहां  18 अप्रैल को  मौत  हो गई.
घटना  की  खबर मिलने  के  बाद  18 अप्रैल  को समाजिक  कार्यकर्ता  सावित्री  पांडे,   मर्सी  रोजा  सरकारी  अस्पताल  आसनसोल पहुंची. उन्होंने  बताया कि  वह 80% के आसपास जल चुकी थी. रह रह कर खुब चिल्लाती थी और बोलती थी हमको बचा लो. बार बार  रोहित मंडल का नाम ले कर बोलती थी वही मुझे पीटता था और जलाया भी वही है. घटना की जानकारी  डी एस पी  प्रमोद कुमार  केशरी को दी थी.
रजनी मिश्रा की  बहन रीना प्रसाद  ने बताया कि  उसकी  दो बेटी  10 वर्षीय रिया  और 4 वर्षीय  टीया  अनाथ हो गई. घटना  छोटी  बेटी  टीया  के  सामने  घटी है. वह बार बार  गुंडा पापा  रोहित मंडल का नाम  ले रही है उन्होंने  पानी  डाल दिया  किसी  ने  मुह दबा  दिया. इस घटना  को  साजिश के तहत  किया गया है.   बड़ी बेटी  रिया मिश्रा जब भी अपने  मम्मी  के यहां गई  है तो रोहित  मंडल, अजय  क्रोकरी  को देखती थी. घटना के दिन भी अजय  क्रोकरी  ने मोबाइल  पर  बात चीत  किया है. कई लोग  इसमें  शामिल हैं  तभी  तो  सारे साक्ष्य  मिटा दिया गया. पुरा शरीर जल गया  लेकिन  घर  में कहीं भी जलने या बदबू आदि नही मिला.
प्रशासन के  लिए  चुनौती  - सिंदरी थाना की एस पी ओ रजनी मिश्रा की मौत  सिंदरी  प्रशासन के लिए  चुनौती है क्योंकि  सभी  पहलु अनसुलझे है.
रजनी मिश्रा  कैसे  जली, किसने  जलाया, जलने  के बाद  साक्ष्य  किसने  मिटाया, जलने  के  बाद  पुलिस  को सूचना  क्यों  नहीं  दी गई , जे पी हास्पीटल  में लगभग  डेढ़  घंटा इलाज चला  लेकिन  प्रबंधन  ने पुलिस को सूचना नहीं दी,  घटना के पहले  और घटना  के बाद  रजनी  से किसने  बातचीत  की जलने के बाद  कपड़े  किसने  छिपाए, इतनी  बङी  घटना  को  अंजाम  देने में  कौन  कौन लोग  शामिल हैं ?
अनुशंधान के अंतर्गत डी एस पी प्रमोद कुमार केसरी ने बताया कोला कुशमा स्थित जे पी नरसिंग होम में 13 अप्रैल की रात लगभग डेढ घंटे तक वहाँ इलाज चला. नर्सिंग होम के सीसी टीवी के फुटेज में रोहित मंडल, प्रमुख सिंह लोग भी दिख रहे थे.