संघ के फरमान से पुराना बाजार में तीन-तीन दिनों तक नहीं लगती सब्जी मंडी, सिटी लाइव के हस्तक्षेप से पलटा फैसला

धनबादः सब्जी विक्रेता संघ ने कल अचानक एक ऐसा फैसला ले लिया था, जिससे धनबाद की जनता काफी परेशान हो उठती. धनबाद के एक प्रतिष्ठित दैनिक अखबार ने इस फैसले पर जिला प्रशासन की मुहर लगाने की फर्जी खबर बनाकर पुष्टि भी कर दी. लेकिन, जब यह मामला सिटी लाइव तक पहुंचा, तो पत्रकारिता से अलग मानवीय धर्म निभाते हुए सिटी लाइव ने पहल की और प्रशासन और चैम्बर से लेकर सब्जी विक्रेता संघ तक से बातचीत कर इस फैसले को बदलवाया.  

क्या है मामला 

दरअसल, कोरोना संकट के बीच लाॅकडाउन में केवल आवश्यक सेवाएं लोगों के लिए चालू हैं. इसमें सब्जी को भी रखा गया है. प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए विभिन्न सब्जी हाट को खुले क्षेत्रों में शिफ्ट किया है. आम जनता प्रशासन के निर्धारित समय में इन जगहों पर सब्जी खरीदती है. लेकिन, शुक्रवार कों सब्जी विक्रेता संघ ने एक ऐसा कदम उठाया था, जिससे न केवल सब्जी खरीदने वाली आम जनता को कठिनाई का सामना करना पड़ता, बल्कि प्रशासन को भी नाको दम हो जाता. सब्जी विक्रेता संघ ने यह मनमाना फैसला ले लिया था कि पुराना बाजार में शनिवार के बाद सब्जी मंडी तीन दिनों तक नहीं लगेगी. यानी रविवार, सोमवार और मंगलवार को लोगों को सब्जी नहीं मिलती. उसके बाद दो दिनों तक सब्जी मंडी लगती और पुनः तीन दिनों तक सब्जियां नहीं बिकती. वैसे तो यह फैसला पुराना बाजार के लिए लागू था, लेकिन इसका इसका असर हीरापुर, पुलिस लाइन, बरटांड़ और स्टील गेट में भी देखने को मिलता. हालांकि, सब्जी विक्रेता संघ ने जिला प्रशासन को इसकी कोई सूचना नहीं दी थी.  

एक प्रतिष्ठित दैनिक अखबार ने फैलाया भ्रम

सब्जी विक्रेता संघ के इस निर्णय के बारे में धनबाद से प्रकाशित एक प्रतिष्ठित दैनिक अखबार ने संघ के सचिव अशोक साव के हवाले से एक खबर प्रकाशित की. उस खबर में यह भी लिख दिया कि इसकी सूचना जिला प्रशासन को है. सिटी लाइव ने मामले की पड़ताल की और एसडीएम राज महेश्वरम से इस संदर्भ में बात की, तो उन्होंने साफ इनकार किया कि प्रशासन को इस बाबत कोई सूचना है. वहीं, जब सिटी लाइव की ओर से सब्जी विक्रेता संघ के सचिव अशोक साव से बात की गई, तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि प्रशासन को उन्होंने कोई सूचना नहीं दी है. साथ ही, यह भी कहा कि अखबार में यह बात गलत प्रकाशित की गई है उक्त निर्णय की सूचना प्रशासन को है. उन्होंने कहा कि अखबार ने अपने मन से ऐसा लिखा है, न तो हमने उन्हें यह बात मौखिक रूप से बताई है और न ही लिखित रूप से.    

सिटी लाइव के हस्तक्षेप से यूं सुलझ गया मामलाः

सिटी लाइव ने मामले को लेकर एसडीएम राज महेश्वरम से बात की और लोगों को होने वाली परेशानी को ओर ध्यान आकृष्ट कराया. साथ ही, डीसी को खबर दी. उसके बाद सब्जी विक्रेता संघ के अशोक साव ने बात की और उन्हें उपभोक्ताओं को होने वाली दिक्कतों के बारे में समझाया. इस पर वे मान गए और अंत में यह निर्णय हुआ कि सोमवार से निर्बाध सब्जी मिलेगी.

रविवार को होगी उपभोक्तओं को दिक्कत, सोमवार से मिलेगी सब्जियां

अशोक साव ने बताया कि हमलोगों को कुछ दिक्कते हो रही थी. सब्जी खरीदने वालों की भीड़ हो जाती थी. पुलिस बल के न होने से सोशल डिस्टेंसिंग फाॅलो नहीं हो पाती थी. सब्जियों के कारोबारियों के स्टाफ को पुलिस आने-जाने में बहुत रोकती थी. इस वजह से हमलोगों ने यह फैसला लिया था. लेकिन, अब यह नहीं होगा. केवल रविवार को उपभोक्ताओं को परेशानी हो सकती है क्योंकि आज सब्जियों का आर्डर नहीं दिया गया था. कल रात तक सब्जियां आ जायेंगी. सोमवार से सब्जियां पहले की तरह लोगों को मिलने लगेंगी.  

पुलिस बल दिया जाए, स्टाफ को पास मिलेः अशोक साव

अशोक साव ने बताया कि प्रशासन का सहयोग हमलोगों को चाहिए. सब्जियों की बिक्री के समय काफी भीड़ हो जाती है. लोग सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन नहीं करते हैं. यह गलत है. इसके लिए वहां पुलिस बल की व्यवस्था चाहिए. साथ ही, सब्जियों के कारोबार करने वालों के स्टाफ को पास मुहैया कराया जाए, ताकि उन्हें आने-जाने में दिक्कत न हो क्योंकि वे काम पर नहीं आ पायेंगे, तो कारोबार होगा कैसे ?