कोयला उद्योग में केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीति, व निजीकरण के खिलाफ संयुक्त मोर्चा ने तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने का निर्णय बैठक में लिया

निरसा(बी के सिंह) :-  सोमवार को संयुक्त मोर्चा की एक बैठक ईसीएल मुगमा क्षेत्र के लखिमता कोलियरी में केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी, कमर्सियल माइनिंग,निजीकरण,सींपीडीआईएल  को अलग करने हाई पावर कमिटी अनुशंसा, आश्रितों को नियोजन के मुद्दे सहित पांच सूत्री मांगों  समर्थन में हुई. बैठक में तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने के लिये आहूत की गई थी. बैठक की अध्यक्षता पीएन राय ने की जबकि संचालन रंजन सिंह ने किया. बैठक के पूर्व भारत चीन सिमा गलवान घाटी में शहीद हुये जवानों को दो मिनट मौन रख कर श्रधांजलि दी गई. हड़ताल में इंटक,बीएमएस, एचएमएस, सीटू, एटक, ने तीन दिवसीय हड़ताल (2 से 4 जुलाई )  सहित  10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों सहित झारखंड राज्य में रजिस्टर्ड 38 मजदूर संगठन शामिल होंगे. इस हड़ताल को इनमोसा   समर्थन देने की सहमति दिया है. हड़ताल के पूर्व मुगमा क्षेत्र के कोलियरियों ओसीपी में लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुये जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.
मजदूर संगठनों ने ईमानदारी से , एकता वध होकर भारत सरकार के उक्त निर्णय के खिलाफ चट्टानी एकता का परिचय देने सहमति जताई. कहा कि हमलोग   हड़ताल को सफल बनाएंगे . जिसमें  एक छटाक कोयला ना तो रेजिंग होगा ना ही डिस्पैच होगा. कोयला मजदूर लोकतांत्रिक ढंग से, शांतिपूर्ण तरीके से, सरकार को अपने निर्णय वापस लेने के लिए अंतिम दम तक लड़ने का काम करेगा. मौके पर कार्तिक दत्ता,आगम राम, शशिभूषण तिवारी,शशि नाथ तिवारी, सुरेंद्र सिंह,शंकर घोष, जगदीश शर्मा, कृष्णा सिंह,लखी सोरेन, गणेश धर,रोबिन दान,परितोष राय, बिपीन मांजी,प्रभुनाथ पासवान,धन्नजय कुमार, मनोरंजन मंडल, उमेश गोस्वामी, शिवाकांत पांडे,एस पी चौहान,चंदन सिंह, रामजी यादव, और अन्य सभी उपस्थित थे.