क्या खाक लड़ेंगे कोरोना से, नगर निगम अपनी ड्यूटी से कर रहा है सोशल डिस्टेंसिंगः एके झा

धनबादः कोरोना नामक वैश्विक महामारी से पूरा देश हैरान-परेशान है. लाॅक डाउन में घरों में बंद लोगों के सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हैं. आम जनता अपनी हर परेशानी को इसलिए सहन कर रही है, ताकि सरकार के आदेशों का अनुपालन कर इस बीमारी को हराया जा सके. लेकिन, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि धनबाद नगर निगम इस स्थिति से मतलब नहीं रखता है. उपर्युक्त बातें राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के महामंत्री एके झा ने कहीं.  

धनबाद नगर निगम नहीं दिख रहा है चिंतित 

एके झा ने बताया कि डाॅक्टरों से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन तक ने यह बताया कि कोरोना से बचने के लिए साफ-सफाई पर जोर देना नितांत आवश्यक ही नहीं, अनिवार्य भी है. जिले में साफ-सफाई की जिम्मेवार संस्था मुख्य रूप से धनबाद नगर निगम है. लेकिन, ऐसा लगता है कि धनबाद नगर निगम को कोरोना से धनबादवासियों के बचाव के लिए तनिक भी चिंतित नहीं है. धनबाद नगर निगम के अन्तर्गत कुल 55 वार्ड हैं. लेकिन, कितने वार्डों में निगम ने कोरोना को लेकर स्पेशल सफाई अभियान चलाया है, यह निगमवासियों से छुपा नहीं है.  

ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और फाॅगिंग छोड़िए, झाड़ू तक नहीं लग रहा

एके झा ने कहा कि निगम क्षेत्र में न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो रहा है और न ही फाॅगिंग. कहीं-कहीं छिटपुट जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर मिश्रित जल का छिड़काव कर खानापूर्ति की जा रही है. ऐसा लगता है कि किस वार्ड में कब-कब फाॅगिंग करना है या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करना है, उसकी कोई प्लानिंग ही तय नहीं की गई है.  

कचरा उठाने वाली गाड़ी भी कई वार्डों में अनियमित 

उन्होंने बताया कि कई वार्डों में कचरा लेने वाली गाड़ियां भी एक दिन के अंतराल पर जाती है. सड़क पर कूड़े-करकटों का ढेर बिल्कुल आसानी से देखा जा सकता है.    

कब होंगे मुहल्ले सेनिटाइज

उन्होंने नगर निगम पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोरोना से आक्रांत धनबादवासियों के सामने लाख टके का सवाल है कि मुहल्लों को सैनिटाइज करने की कोई व्यवस्था नगर निगम की ओर से होगी भी या नहीं. मेरा मानना है कि जब निगम अपने आम दिनों की ड्यूटी अच्छे से कर ही नहीं रहा है, तो मुहल्ले को सैनिटाइज क्या करेगा. नालियों का बजबजाना और आम राहों पर कचरे का दिखना नगर निगम की कार्यनिष्ठा की पोल खोल रहा है.