दिल्ली में पहलवानों के धरना प्रदर्शन और तमाम तरीके से बनाए जा रहे दबाव के बावजूद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि बृजभूषण के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं जिनके आधार पर गिरफ्तारी हो सके. पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बुधवार को कहा कि सांसद और डब्ल्यूएफआई के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए आरोपों के संबंध में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं, जिनके आधार पर गिरफ्तारी हो सके.
वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस 15 दिन के भीतर अपनी फाइनल रिपोर्ट दायर करेगी. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा, ´15 दिन के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. यह चार्जशीट या फाइनल रिपोर्ट के रूप में हो सकती है. ´ अब तक की जांच के बाद पुलिस का कहना है कि पहलवानों के दावों को साबित करने के लिए सबूत नहीं हैं. उन्होंने कहा, ´पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेज ऐक्ट, 2012) की जो धाराएं एफआईआर में लगाई गई हैं उनमें सात साल से कम सजा का प्रावधान है. इसलिए जांच अधिकारी (आईओ) गिरफ्तारी को लेकर आगे नहीं बढ़ सकते हैं. ´ उन्होंने कहा, ´ना तो वह गवाहों को प्रभावित कर रहे हैं और ना ही सबूत मिटा रहे हैं. ´
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. एक दिन पहले मंगलवार को पहलवान अपने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने के लिए हरिद्वार पहुंच गए. हालांकि, बाद में उन्होंने अपना फैसला बदल लिया और पांच दिन की मोहलत देते हुए मेडल्स को किसान नेता राकेश टिकैत को सौंप दिया. पहलवानों ने आमरण अनशन की भी चेतावनी दी है. इससे पहले संसद के नए भवन के उद्घाटन के दौरान भी पहलवानों ने पैद मार्च निकाला. इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प भी हुई.
गंगा में मेडल बहाने से फांसी नहीं होगी, सबूत दो: बृजभूषण
इस बीच बृजभूषण शरण सिंह ने यूपी के बाराबंकी में एक कार्यक्रम के दौरान एक बार फिर पहलवानों से अपने खिलाफ सबूत की मांग की. उन्होंने कहा कहा, ´मैंने कहा था कि अगर एक भी आरोप मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं स्वयं फांसी पर लटक जाऊंगा. आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं. 4 महीने हो गए वो मेरी फांसी चाहते हैं लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है तो वो (पहलवान) अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं. मुझ पर आरोप लगाने वालों गंगा में मेडल बहाने से बृज भूषण को फांसी नहीं मिलेगी. अगर तुम्हारे पास सबूत है तो न्यायलय को दो और न्यायालय मुझे फांसी देगा तो मुझे वो स्वीकार है. ´