इस साल चौथे चक्रवाती तूफान की चेतावनी अगले 48 घंटे अहम इन राज्यों पर मंडरा रहा खतरा


कई पूर्वोत्तर राज्यों में आए चक्रवाती तूफान ´मिधिली´ के बाद अब बंगाल की खाड़ी में एक और तूफान बढ़ रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि एक और चक्रवाती तूफान आने वाला है. स्काईमेटवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, यह इस साल का चौथा तूफान होगा और इसके भारत, बांग्लादेश और म्यांमार तक अपना असर छोड़ने की संभावना है. अगले 48 घंटों में बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान ´माइचौंग´ के आने की संभावना है. 2 दिसंबर को ´माइचौंग´ सबसे विकराल रूप में आ सकता है. इस दौरान हवा की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.  

आईएमडी का पूर्वानुमान है कि चक्रवाती तूफान ´माइचौंग´ के पश्चिम-उत्तर दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है, जो धीरे-धीरे 30 नवंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर पहुंच सकता है. अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं. आईएमडी ने निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है. यहां 29 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच बहुत भारी बारिश हो सकती हैं.  

हवाओं की तेज रफ्तार, मछुआरों को एडवाइजरी
आईएमडी के अनुसार, 29 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 25-35 किमी प्रति घंटे से लेकर 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक तेज हवाएं चलने की उम्मीद है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 29 और 30 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर में न जाएं और 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से दूर रहें. आईएमडी ने मछुआरों से 30 नवंबर और 2 दिसंबर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से दूर रहने का भी आग्रह किया है. साथ ही 1 दिसंबर की सुबह से मध्य बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी है.

2 दिसंबर को सबसे भयंकर होगा ´माइचौंग´
आईएमडी का पूर्वानुमान है कि बंगाल की दक्षिणपूर्वी खाड़ी में 30 नवंबर को 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवा चलने का अनुमान है. 1 दिसंबर को यह बढ़कर 50-60 किमी प्रति घंटे से लेकर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति और बढ़ जाएगी. हवा की रफ्तार 2 दिसंबर को 60-70 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे हो जाएगी.

इस बीच, ओडिशा सरकार ने दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के बीच राज्य के सात तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा है. बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा और गंजम जिलों के कलेक्टरों को लिखे पत्र में, विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा है कि चक्रवाती तूफान की वजह से दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, इसलिए अलर्ट पर रहें.

इन राज्यों में तेज बारिश
29-30 नवंबर के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में छिटपुट गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. 30 नवंबर को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी ऐसी ही स्थिति होने की उम्मीद है. उसके बाद बारिश में कमी आएगी. अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश का अनुमान है.

अगले दो दिन पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. पूर्वी मध्य प्रदेश में अगले तीन दिनों तक ऐसी ही स्थिति रह सकती है. उधर, आईएमडी ने विदर्भ में अगले 24 घंटों के भीतर मौसम खराब होने और भारी बारिश की उम्मीद जताई है. 29 और 30 नवंबर को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है.


Web Title : HTTP STATUS CODE=PROTOCOLERROR, ERROR MESSAGE=

Post Tags: