22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. अयोध्या में इसकी तैयारी चल रही है. प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं. उन्हीं के हाथों प्रतिमा की स्थापना की जानी है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है. सत्त पक्ष से लेकर विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं और देश के विभिन्न जगत के दिग्गजों को न्योता भेजा गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है. इस बीच खबर आ रही है कि वह और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस इस कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेगी.
आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष और ट्रस्ट के पदेन सदस्य नृपेंद्र मिश्रा, आरएसएस के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख राम लाल और वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और उन्हें समारोह में आमंत्रित किया. नृपेंद्र मिश्रा ने मनमोहन सिंह से भी मिलने का समय मांगा था लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके नाजुक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए समय देने से इनकार कर दिया. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी भव्य समारोह में आमंत्रित किया. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को भी निमंत्रण भेजा गया है.
इन्हें मिला है राम मंदिर उद्घाटन समारोह का न्योताप्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अतिथि सूची सावधानीपूर्वक तैयार की गई है. इसमें उद्योगपति, वैज्ञानिक, अभिनेता, सेना अधिकारी से लेकर पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार विजेता तक शामिल हैं. अतिथि सूची में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा, योग गुरु बाबा रामदेव, उद्योगपति अडानी समूह के गौतम अडानी, रिलायंस के मुकेश अंबानी, अभिनेता अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, माधुरी दीक्षित नेने, रामानंद सागर की रामायण टीवी श्रृंखला में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर, गीतकार प्रसून जोशी सहित अन्य शामिल हैं.
श्रमिकों को भी आमंत्रणट्रस्ट ने बड़ी संख्या में उन श्रमिकों को भी आमंत्रित किया है जो मंदिर निर्माण का हिस्सा थे. साथ ही टाटा समूह के नटराजन चंद्रशेखरन और एल एंड टी समूह के एस एन सुब्रमण्यन को भी आमंत्रित किया गया है.